शुगर ड्रिंक्स लोगों को डायबिटीज और दिल की बीमारियों का शिकार बना रही
आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी में लोग अपनी प्यास बुझाने और एनर्जी पाने के लिए सॉफ्ट ड्रिंक्स और शुगर वाली ड्रिंक्स का ज्यादा सेवन करने लगे हैं. लेकिन हाल ही में हुए एक अध्ययन ने चौंकाने वाले तथ्य सामने रखे हैं. अध्ययन के मुताबिक, शुगर ड्रिंक्स हर साल दुनियाभर में लाखों लोगों को डायबिटीज और दिल की बीमारियों का शिकार बना रही हैं. यह रिपोर्ट ग्लोबल हेल्थ पर बढ़ती चिंता को और गंभीर बना रही है.
एडेड शुगर मिली हुई चीजों को ज्यादा पीने के कारण हर साल 3.30 लाख लोगों की मौत हो जाती है. क्योंकि इनमें मिले एडेड शुगर से मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज, दांतों में सड़न यहां तक कि कैंसर तक की बीमारी हो जाती है. अधिकांश लोग आज इन मीठे पेय पदार्थों की पीते हैं और इनमें से कई लोगों की इसकी आदत लग गई है.
क्या होता है इसमें
दरअसल, मीठा पेय पदार्थ में जो केमिकल मिलाए जाते हैं वे बहुत खतरनाक होते हैं. इसे लक्विड कैंडी कहते हैं. किसी भी पेय पदार्थ को मीठा बनाने के लिए जिस केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है वे हैं ब्राउन शुगर, कॉर्न स्वीटनर, कॉर्न सिरप, डेक्सट्रोज, फ्रुक्टोज, हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप, शहद, इनवर्टेट शुगर, सुक्रोज, ट्रेहेलोज, लेक्टोज, माल्ट सिरप, मालटोज, रॉ शुगर और टर्बिनाडो शुगर. ध्यान रखें कि कुदरती तौर पर जिस चीज से मीठा होता है वह एडेड शुगर की कैटगरी में नहीं आता. जैसे कि यदि किसी चीज में फल, दूध, गुड़, गन्ने का रस आदि मिलाया जाता है तो वह एडेड शुगर नहीं है. एडेड शुगर सिगरेट की लत की तरह है जिसे लग जाती है, उसे जल्दी छूटती नहीं है. जैसे अगर कोई लगातार सॉफ्ट ड्रिक पीता है तो उसे फिर आदत लग जाती है. जो लोग एक्सरसाइज नहीं करते हैं उनके लिए इन चीजों का ज्यादा सेवन और अधिक घातक हो सकता है. सामान्य तौर पर एक दिन में 5 ग्राम से ज्यादा एडेड शुगर खाने की सलाह नहीं दी जाती है. इससे ज्यादा खाने पर यह शरीर में जहर की तरह असर करता है.
एडेड शुगर के नुकसान
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक अगर आपको एडेड शुगर वाले पेय पदार्थ पीने की आदत लग जाएगी तो इससे मोटापा बढ़ जाएगा. मोटापा कई बीमारियों का कारण है. इसके अलावा इससे निकले तत्व दांतों पर चिपक जाएगा जो बैक्टरिया और फंगस के लिए अनुकूल घर मुहैया कराता है. ज्यादा शुगरी ड्रिंक्स पीने से खून में इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है जिससे यह खून की धमनियों में जमा होने लगता है और हार्ट तक खून के प्रवाह को रोकने लगता है. इससे कई तरह के हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है. शुगरी ड्रिंक्स ज्यादा पीने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है. इससे किडनी डिजीज और नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज का जोखिम भी रहता है. रिपोर्ट की मानें तो बहुत दिनों तक यदि इसकी आदत है तो यह कैंसर का कारण भी बन सकता है.
क्या ऑप्शन है इसका
जब भी इन ड्रिंक्स की तलब हो पानी ज्यादा पी लें. इसके अलावा मीठे की तलब हो तो पानी में फ्रुट्स का स्लाइस डालकर इसे पी जाएं. बिना चीनी वाली चाय या हर्बल टी पिएं. गुनगुने पानी और ब्लैक कॉफी भी भी इसका बेहतर विकल्प हो सकता है. नारियल पानी का भी सेवन कर सकते हैं. आप ड्राई फ्रूट्स मिक्स ड्रिंक्स बना सकते हैं. हॉट ड्रिंक बिना चीनी वाली काफी फायदेमंद हो सकता है. सूप पी सकते हैं. सेब और दालचीनी का मिक्स कर इसका ड्रिंक्स बना सकते हैं. गुड़ की चाय पी सकते हैं.
डब्ल्यूएचओ की चिंता
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी शुगर ड्रिंक्स को सेहत के लिए खतरनाक बताया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2022 में 18 लाख से ज्यादा लोग डायबिटीज और दिल की बीमारियों के कारण अपनी जान गंवा बैठे. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इस पर समय रहते रोक नहीं लगाई गई, तो आने वाले वर्षों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है.
विशेषज्ञों का मानना है कि शुगर ड्रिंक्स का सेवन कम करके इन बीमारियों से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि लोगों को सॉफ्ट ड्रिंक्स और शुगर रिच जूस की बजाय पानी, नारियल पानी, हर्बल टी या नींबू पानी जैसे हेल्दी ऑप्शन को अपनाना चाहिए. साथ ही, नियमित व्यायाम और बैलेंस डाइट के जरिए शरीर को हेल्दी रखा जा सकता है.