मुकेश खटीक
मंगरोप।रविवार दोपहर करीब 12 बजे इक्को पार्क तेज लपटों के साथ सुलग उठा।आसपास खेतों में काम कर रहे लोगों ने इसकी जानकारी मंगरोप थाना पुलिस को दी।तीन घंटे तक लोग पुलिस और दमकल को फोन करते रहे लेकिन अग्निशमन विभाग ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि अभी यहां दमकल की गाड़ी नहीं है आग बुझाने के लिए कही अन्यत्र गई हैं आते ही भेजेंगे।अग्निशमन विभाग की घोर लापरवाही सामने आई है।लोग आग को काबू करने का प्रयास करते रहे और घण्टों तक अग्निशमन में फोन करते रहे।लेकिन तीन घंटे तक अग्निशमन मौके पर नहीं पहुंचा।पूरे तीन घंटे बीत जाने के बाद दो अग्निशमन की गाड़ियां मौके पर पहुंची।फिलहाल दमकलकर्मी ग्रामीणों की सहायता से आग बुझाने के प्रयास में जुटे हुए है।करीब 600 मीटर के एरिए में घास व चारा जलकर राख हो गया। पेड़ जल जाने से कई पक्षियों के आशियाने तक उजड़ गए। प्रत्यक्षदर्शीयों ने बताया कि आग इतनी भयंकर थी कि पेड़ पर बैठी मधुमक्खियों को तक सम्भलने का मौका नहीं मिला मधुमक्खियों समेत पूरा छत्ता क्षणभर में जलकर खाक हो गया।इस हादसे में कई वन्यजीव मारे गए है।डैनी सिंह ने बताया कि वह घाटी वाले भेरुनाथ के रास्ते पर स्थित अपने खेत पर काम कर रहे थे अचानक इक्को पार्क में धुएं के गुब्बार उठते देखे आवाज लगाकर आसपास के खेतों में काम कर रहे लोगों को बुलाया।सभी मौके पर पहुंचे। आग तेजी से फैल रही थी।महिलाओं ने मटकों में पानी भरकर आग बुझाने का प्रयास किया तो लोगों ने आग पर मिट्टी डालकर काबू पाने का प्रयास किया।वहीं मंगरोप पुलिस और दमकल विभाग को तीन घंटों तक फोन लगाते रहे लेकिन तीन घण्टे बाद दो दमकल वाहन मौके पर पहुंचे।इस बात को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया है।लोगों ने कहा कि गर्मी का मौसम चल रहा है इस समय कई जगहों से आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है लेकिन अग्निशमन विभाग ने इस मामले में लापरवाही बरती है अगर ग्रामीण मौके पर पहुंचकर आग सुलगने से नहीं रोकते तो शायद काबरा,दर्री व झोपड़ियां तीनों गांव आग की भेंट चढ़ गए होते।