पुनित चपलोत
माली समाज से जुड़े विभिन्न गंभीर मामलों पर त्वरित एवं कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर माली समाज के लोगों ने राजस्थान प्रदेश माली (सेनी) महासभा के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन कर जिला कलक्टर भीलवाड़ा के माध्यम से राजस्थान के मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया।
सौंपे ज्ञापन में बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले की कपासन तहसील के भोपाल खेड़ा निवासी सूरज माली पर हाल ही में हुए जानलेवा हमले को लेकर समाज में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। घायल सूरज माली की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें उदयपुर रेफर किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। समाज का आरोप है कि सूरज माली को पहले से ही जान से मारने की धमकियां दी जा रही थीं, जिसकी शिकायत पुलिस से की गई थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। हमले के पीछे स्थानीय गुण्डों और असामाजिक तत्वों का हाथ बताया जा रहा है, जिन्हें कथित रूप से राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है। इस मामले में स्थानीय विधायक और पुलिस प्रशासन को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। इसी के साथ दौसा जिले के ट्रेनी सब इंस्पेक्टर राजेन्द्र सैनी की आत्महत्या मामले की भी निष्पक्ष जांच की मांग की गई है। ज्ञापन में कहा गया है कि राजेन्द्र सैनी को मानसिक दबाव और अधिकारियों की प्रताड़ना के चलते आत्महत्या करनी पड़ी। समाज ने इस मामले में लिप्त अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है। इसके अतिरिक्त भीलवाड़ा जिले के फूलियाकलां गांव में माली समाज के दो व्यक्तियों सहित तीन लोगों की पानी में डूबने से मृत्यु हो गई। इस दुखद घटना से प्रभावित परिवारों को अब तक कोई सरकारी सहायता नहीं दी गई है, जिससे समाज में असंतोष व्याप्त है। ज्ञापन में स्पष्ट रूप से चेतावनी दी गई है कि यदि सभी मामलों में शीघ्र और प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई, तो माली समाज को सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। समाज ने सभी मामलों की उच्च स्तरीय जांच, दोषियों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवारों को उचित सहायता प्रदान करने की मांग की है।