बनेड़ा – भारत रत्न पुर्व प्रधानमंत्री स्व अटलबिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। प्रभारी राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय लापिया डॉ सरफराज अली खान ने बताया कि उपखंड अधिकारी श्रीकान्त व्यास और उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग भीलवाड़ा डॉ महाराज सिंह के निर्देश पर भारत रत्न पुर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी का जन्म दिवस के “सुशासन दिवस” के रूप में मनाया गया। राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय सरदार नगर में आयुर्वेद नर्स माधुरी मीणा,राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय मुंशी में आयुर्वेद नर्स मनराज जाट और राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय लापिया में आयुर्वेद नर्स रिंकू कुमारी मीणा ने वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की तथा इसके पश्चात उपस्थित कार्मिकों ने “सुशासन शपथ” ली।
डॉ सरफराज अली खान ने बताया कि श्री अटल बिहारी वाजपेयी भारत के दसवें प्रधानमन्त्री थे। उन्होंने प्रधानमंत्री का पद तीन बार संभाला है।श्री अटल बिहारी वाजपेयी एक महान राजनेता, शानदार वक्ता और कवि थे, जिनके भाषणों और कविताओं ने लाखों लोगों को प्रेरित किया।उन्होंने भारत के दूसरे पीढ़ी के आर्थिक सुधारों की नींव रखी, जिसमें गोल्डन क्वाड्रिलेटरल और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) जैसी परियोजनाएं शामिल थीं, जिन्होंने बुनियादी ढांचे में क्रांति ला दी।उन्होंने 1998 में पोकरण में परमाणु परीक्षण (ऑपरेशन शक्ति) कराकर भारत को परमाणु शक्ति के रूप में स्थापित किया, और पाकिस्तान के साथ संघर्ष में देश का नेतृत्व किया।वह 9 बार लोकसभा और 2 बार राज्यसभा के सदस्य रहे, जो भारतीय राजनीति में उनका गहरा प्रभाव दर्शाता है।शिक्षा, गरीबी उन्मूलन और ग्रामीण विकास पर उनका जोर था, और उन्होंने अटल पेंशन योजना जैसी पहल की, जिससे गरीबों और असंगठित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा मिली। उन्होंने शांत कूटनीति में विश्वास रखा और सार्वजनिक दिखावे के बजाय ठोस परिणामों पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे भारत की वैश्विक छवि मजबूत हुई। साथ ही पुलिस थाना परिसर में भी गुरुवार को थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस कर्मियों द्वारा पुर्व प्रधानमंत्री स्व वाजपेयी की 101 वी जयंती पर भारत रत्न स्व वाजपेयी की माल्यार्पण पुष्पांजलि अर्पित कि गई। साथ ही थाना प्रभारी बच्छराज चौधरी द्वारा पुलिस कर्मियों को सुशासन अनुशासन ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठ की शपथ दिलाई गई। साथ ही शपथ के माध्यम से आमजन की सेवा कानुन व्यवस्था बनाए रखने तथा संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहने का संकल्प लिया गया।


