भीलवाड़ा । पुनीत चपलोत
हुरड़ा तहसील के रूपाहेली ग्राम में फर्जी रजिस्ट्री कराने के मामले को लेकर सोमवार को राजपूत समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। हुरड़ा तहसील के तहसीलदार रणवीर सिंह पर एक गंभीर आरोप लगा है। आरोप है कि उन्होंने 40 वर्ष पूर्व मृत व्यक्ति के नाम राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज भूमि की फर्जी रजिस्ट्री करवाकर उसका नामांतरण स्वीकृत करा लिया। मामले के अनुसार, ग्राम रूपाहेली, तहसील हुरड़ा के आराजी नंबर 946, 947 किता 02 रकबा 3.5370 हेक्टेयर भूमि देसाई भाई पुत्र फुलभाई गुजराती जाति सा देह के नाम खातेदारी में दर्ज थी। खातेदार देसाई भाई गुजरात में रहते थे और लगभग 40 वर्ष पूर्व उनकी मृत्यु हो चुकी है। करणी सेना के जिलाध्यक्ष बबलू सिंह का आरोप है कि रणवीर सिंह, तहसीलदार हुरड़ा ने रूपाहेली में मृत खातेदार देसाई भाई की भूमि को दिनांक 27.06.2025 को विक्रय पत्र के माध्यम से पंजीकृत करवा दिया। आरोप यह भी है कि विक्रय पत्र में अंकित क्रेता, गवाह और मृत खातेदार के स्थान पर फर्जी व्यक्ति और दलालों की मिलीभगत से यह बेचाननामा तैयार करवाया गया और दिनांक 27.06.2025 को रात्रि 8 बजे विक्रय पत्र पंजीकृत किया गया। तहसीलदार रणवीर सिंह ने इस भूमि में हिस्से बनने की बात भी सामने आई और विक्रय पत्र पंजीकृत करने के लिए 5,00,000/- रुपये की रिश्वत का आरोप भी लगाया। इस मामले में आरोप है कि तहसीलदार हुरड़ा ने अपने पद का दुरुपयोग कर यह कृत्य किया है, जो सरासर गलत और विधि विरुद्ध है। आरोप है कि पटवारी हल्का रूपाहेली दिनेश कुमार ने 27 जून 2025 को विक्रय पत्र पंजीकृत होने के बाद 5 जुलाई 2025 को राजकीय अवकाश के दिन नामान्तरणकरण संख्या 5210 दर्ज किया। इसके बाद 7 जुलाई 2025 को सरपंच साहब ग्राम पंचायत रूपाहेली को गुमराह करके, उनका मोबाइल लेकर नामान्तरणकरण स्वीकृत कर दिया। शिकायतकर्ता का आरोप है कि पटवारी हल्का ने उक्त फर्जी रजिस्ट्री के नामान्तरणकरण के बदले 2,00,000/- (दो लाख रुपये) लिए हैं। इस कृत्य को सरासर गलत और विधि विरुद्ध बताया गया है। शिकायतकर्ता ने एक प्रार्थना पत्र पेश करते हुए भ्रष्ट तहसीलदार और पटवारी को तुरंत निलंबित करने और एक स्वतंत्र जांच अधिकारी नियुक्त कर उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की मांग की है। उनका कहना है कि इस मामले में कानूनी कार्यवाही करवाना आवश्यक है। इस घटना से गांव में हड़कंप मच गया है और लोग निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।