महर्षि दयानंद सरस्वती जी के 200वें जन्मोत्सव पर 200 कुंडीय महायज्ञ और यज्ञ प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
– अरविंद पांडेय
200 कुंडीय महायज्ञ: योग और यज्ञ से भारत को शुद्धता, स्वास्थ्य और समृद्धि की ओर ले जाने का प्रयास
कोटा। स्मार्ट हलचल/महर्षि दयानंद सरस्वती जी के 200वें जन्मोत्सव पर एक ऐतिहासिक 200 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। “ज्ञान ज्योति पर्व” के अंतर्गत, आर्य उप प्रतिनिधि सभा कोटा संभाग और पतंजलि योग समिति कोटा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह महायज्ञ 12 से 14 जनवरी 2025 को योग कक्षा प्रांगण, गालव पार्क आरके पुरम सेक्टर ए में होगा। कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर ईश्वरलाल सैनी ने बताया इस आयोजन का उद्देश्य योग भांति यज्ञ को घर तक पहुचना है। कार्यक्रम कुण्डिय यज्ञ सहित यज्ञ प्रशिक्षण भी आयोजित होगा। उन्होने गुरूवार को स्वनिवास पर समिति सदस्यों की बैठक आयोजित कर कार्यक्रम की रूपरेखा तय की।
महायज्ञ का उद्देश्य:
इस महायज्ञ का उद्देश्य योग और यज्ञ के माध्यम से समाज में शुद्धता, स्वास्थ्य और समृद्धि लाना है। ईश्वरलाल सैनी ने कहा, “योग की तरह यज्ञ को भी घर-घर तक पहुँचाना होगा।” अरविंद पांडेय ने बताया कि यह महर्षि दयानंद सरस्वती जी के 200वें जन्मोत्सव पर एक विशेष आयोजन है। स्वामी यज्ञ देव ने कहा, “योग और यज्ञ के माध्यम से भारत शुद्धता, स्वास्थ्य और समृद्धि की ओर बढ़ेगा।”
महायज्ञ में होंगे शामिल :
इस भव्य आयोजन में ब्रह्मा स्वामी यज्ञदेव महाराज (पतंजलि योगपीठ, हरिद्वार) मुख्य यजमान होंगे। इनके साथ वैदिक विद्वान आचार्य अग्निमित्र शास्त्री और आचार्य शोभाराम आर्य भी उपस्थित रहेंगे।
यज्ञ का महत्व:
आयोजन समिति की संयोजक संतोष सैनी ने यज्ञ के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह सिर्फ़ धार्मिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि पर्यावरण शुद्धि, रोग निवारण और सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है। यज्ञ वातावरण को शुद्ध करता है, रोगाणुओं को नष्ट करता है, देवताओं को प्रसन्न करता है, आयु बढ़ाता है और पर्यावरण प्रदूषण को कम करता है।
तीन दिवसीय यज्ञ प्रशिक्षण शिविर:
पतंजलि योग समिति के राज्य प्रभारी अरविंद पांडे ने बताया कि 12 जनवरी को महायज्ञ के बाद 13 और 14 जनवरी को तीन दिवसीय यज्ञ प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा। इस शिविर में प्रतिभागियों को दैनिक यज्ञ (अग्निहोत्र) की विधियाँ सिखाई जाएंगी, ताकि वे घर पर नियमित यज्ञ कर सकें और धार्मिक और पर्यावरण-सुरक्षित जीवन जी सकें।
कार्यक्रम में सहयोगी संस्थाएँ और प्रमुख सदस्य:
कार्यक्रम के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर ईश्वरलाल सैनी ने बताया कि शुभ संकल्प सेवा समिति कोटा और पतंजलि योग समिति कोटा के अलावा, आर्य समाज के विभिन्न पदाधिकारी और सहयोगी सदस्य इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग कर रहे हैं।
इन्हे सौपा कार्यभार
ईश्वर लाल सैनी ने बताया कि कमेटी बनाकर कार्य विभाजन की रूपरेखा बैठक में तय की गई। इस बैठक में राधाबल्लभ राठौर आर्य उप प्रतिनिधि सभा कोटा संभाग,राकेश चड्ढा (कार्यक्रम सह-संयोजक,आचार्य अग्निमित्र शास्त्री (वैदिक प्रवक्ता),चंद्र मोहन कुशवाहा,शोभाराम आर्य,मुकेश चड्ढा (मीडिया प्रभारी),पतंजलि योग समिति कोटा,लक्ष्मण सिंह सोलंकी (जिला प्रभारी),उर्मिला व्यास (महिला प्रभारी),गिरिराज प्रसाद मेहरा (किसान प्रभारी),किशन आर्य (युवा प्रभारी),मनोहरलाल द्विवेदी (सोशल मीडिया प्रभारी),अजय सूद (कोषाध्यक्ष),रामगोपाल मीना (संगठन सचिव)
सत्यनारायण गोचर (संवाद प्रभारी) को शामिल किया गया है और कार्यभार का विभाजन किया गया है।