मुकेश खटीक
मंगरोप।राजस्व ग्राम तख्तपुरा में रेगर समाज एवं सालवी समाज की आस्था का केंद्र बनी पथवारी पर संकट गहराता जा रहा है।यह पथवारी वर्षों से गांव के बीच स्थित है,जहां धार्मिक परंपराएं और समाजिक आयोजन होते आए हैं। पथवारी के समीप ही पानी की टंकी भी बनी हुई है और पूरा क्षेत्र सरकारी भूमि पर स्थित है।समाज के लोगों का कहना है कि पहले पथवारी के आसपास काफी जमीन खाली थी,लेकिन धीरे-धीरे लोगों ने अतिक्रमण कर वहां मकान बना लिए और अब पथवारी को मकानों के बीच घेर लिया है।हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि हाल ही में बने मकान के सामने पथवारी आने की बात कहकर उसे हटाने का दबाव डाला जा रहा है।रेगर समाज व सालवी समाज के लोगों ने आरोप लगाया है कि गांव के ही रतन लाल पुत्र माना अहीर और उसका पुत्र मुकेश पुत्र रतन लाल अहीर खुलेआम धमकी दे रहे हैं कि यदि पथवारी नहीं हटाई तो जेसीबी से तोड़ देंगे।इतना ही नहीं,पथवारी पर गए समाजजनों के साथ गाली-गलौच और मारपीट पर उतारू होने तक की बात सामने आई है।समाज के वरिष्ठजनों का कहना है कि यह पथवारी उनकी पीढ़ियों से यहां मौजूद है और यह उनकी धार्मिक एवं सांस्कृतिक आस्था का प्रतीक है,जिसे किसी भी कीमत पर हटाया नहीं जा सकता।उनके अनुसार, जिन लोगों के मकान अभी हाल में बने हैं,वे पुरानी धार्मिक धरोहर को हटाकर अपने स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि पथवारी को हटाने की कोई जोर-जबरदस्ती की गई, तो उससे होने वाले विवाद और हालात की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि पथवारी की यथास्थिति बनाए रखते हुए अतिक्रमण पर तुरंत कार्रवाई की जाए,ताकि समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे।गांव में यह मुद्दा अब गरमाता जा रहा है और लोगों में आक्रोश बढ़ता दिख रहा है।सभी की निगाहें अब प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हुई हैं।