मुहर्रम पर ताजिया तिरंगा रंग में रहेगा आकर्षण का केंद्र
काछोला 16 जुलाई -स्मार्ट हलचल/इस्लाम के पैगम्बर हजरत मोहम्मद (सअव) साहब के नवासे हजरत अली के साहबजादे हज़रत इमाम हसन व हुसैन और उनके 72 जानिसार साथियों की शहादत की याद में मुहर्रम पर्व ताजिया निकाला जाता है।लाइसेंसधारी हाजी शरीफ मोहम्मद मंसुरी ने बताया कि ताजिया तीन हिस्सों में बनाया जा रहा है। ताजिया की लंबाई करीब 10 से 12 फिट होगी। माण्डलगढ़ के कारीगर अपनी बेहतरीन कारीगरी के जरिए अपने ताजियों की खूबसूरती को चार चांद लगाने में दिन रात पसीने बहा रहा है।
ताजिया निर्माण को लेकर ईदुलअज़हा पर्व के बाद से ही ताजिया बनाने का कार्य शुरू हो जाता है,ताजिये का अक्ष तैयार होने के बाद उस पर नक्काशीदार कागज लगाया जाता है,उसमे कागजी फूलों झालर, झूमर,अन्य आकर्षक कागजी सजावट के सामानों से सजाया जाता है।
तिरंगा कलर में बना ताजिया -माण्डलगढ़ के कारीगर जान मोहम्मद बेग ने इस बार भी देश भक्ति व आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर ताजिया को तीन रंगों में निर्माण किया है जो आकर्षण का केंद्र रहेगा।इससे गुम्बद से लेकर सभी मिनारे हमारे झंडे तिरंगा के अनुसार केसरिया,सफेद और हरे रंग में तैयार की गई है।
लाइसेंसधारी हाजी शरीफ मोहम्मद मंसुरी ने बताया कि मोहर्रम पर निकलने वाले ताजिया तिरंगे रूप में मनाया जा रहा है,तिरंगा हमारी आजादी की अलामत है,हर हिंदुस्तानी के लिए इसे फहराना और लिपटना फक्र की बात है।तिरंगा हम हिंदुस्तानियों की पहचान है।राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंग को मिलाकर बनने वाले इस ताजिये का निर्माण लोगों में देश प्रेम,एकता,भाईचारा और सौहार्द का संदेश देगा। ताजिया 16 जुलाई मंगलवार को शाम को व बुधवार 17 जुलाई दिन में निकाला जाएगा,इसको लेकर कारीगर ताजिये को अंतिम रूप देने में जुटे हुए है।मुहर्रम पर्व को लेकर थाना प्रभारी प्रभारी श्रद्धा पचौरी,सरपंच रामपाल बलाई,बिजली विभाग जेईएन विकास मीणा,पटवारी रामकिशन जाट,लाइसेंस धारी हाजी शरीफ मोहम्मद,मोहम्मद सादाब रँगरेज,मोहम्मद इरफान मंसुरी आदि ने मुहर्रम मुकाम मार्ग का निरीक्षण किया।