वरिष्ठ शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े का खुलासा
(हरिप्रसाद शर्मा)
अजमेर/स्मार्ट हलचल|राजस्थान लोक सेवा आयोग की वरिष्ठ शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 में फर्जी अभ्यर्थी बैठाकर परीक्षा दिलाने के मामले में जिला स्पेशल टीम और सिविल लाइन थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 5 हजार रुपये के इनामी आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी करीब 18 महीने से फरार चल रहा था और लगातार ठिकाने बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था।
एडिशनल एसपी गणेशाराम चौधरी ने बताया कि 30 अप्रैल 2023 को आयोजित वरिष्ठ शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी के स्थान पर दूसरे व्यक्ति द्वारा परीक्षा देने की शिकायत सामने आई थी। जांच में स्पष्ट हुआ कि यह कोई साधारण गलती नहीं बल्कि सुनियोजित तरीके से किया गया फर्जीवाड़ा था, जिसमें कई लोग शामिल थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विशेष टीम का गठन कर गहन जांच शुरू की।
जांच के दौरान तकनीकी साक्ष्य, परीक्षा केंद्र से जुड़े दस्तावेज, फोटो मिलान और गवाहों के बयान जुटाए गए। इसके आधार पर पहले ही चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि एक आरोपी लंबे समय से फरार था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग जिलों में दबिश दी गई और मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। लगातार प्रयासों के बाद 19 दिसंबर को पुलिस ने फरार आरोपी को दबोच लिया।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने 10 लाख रुपए लेकर किसी अन्य के स्थान पर परीक्षा दी थी। गिरफ्तार आरोपी की पहचान हुक्माराम पुत्र पन्नाराम जाट (31) निवासी जालौर के रूप में हुई है। आरोपी वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दुंगरी, जिला जालौर में व्याख्याता के पद पर कार्यरत था। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी ने किसी अन्य अभ्यर्थी की जगह बैठकर परीक्षा दी थी, जिससे चयन प्रक्रिया प्रभावित हुई।


