Teacher suspended for giving controversial statement on Mangalsutra
मानगढ़ में आदिवासी परिवार की रैली में दिया था बयान, आठ दिन बाद राज्य सरकार ने कार्रवाई की
रितिक मेहता
डूंगरपुर, स्मार्ट हलचल। महिलाओं के सुहाग को लेकर बयान देने वाली महिला टीचर मेनका डामोर को शिक्षा विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। राजस्थान आचरण नियम और शिक्षा विभाग की छवि को खराब करने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है। बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम पर 19 जुलाई को आयोजित महारैली में डामोर ने कहा था- आदिवासी महिलाएं पंडितों के बताए अनुसार न चलें। आदिवासी परिवार में सिंदूर नहीं लगाते, मंगल-सूत्र नहीं पहनते। आदिवासी समाज की महिला बालिका शिक्षा पर फोकस करें।
अब से सब व्रत-उपवास बंद कर दें। हम हिंदू नहीं हैं। आदिवासी समाज की महिलाओं ने मेनका डामोर के बयानों पर आपत्ति जताई थी। शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक ने मामले में कार्रवाई करते हुए टीचर मेनका डामोर को सस्पेंड कर दिया है। निलंबन के दौरान दोवड़ा सीबीईओ ऑफिस में ड्यूटी के निर्देश दिए गए हैं। मेनका डामोर आदिवासी परिवार संस्था की संस्थापक सदस्य भी है। वर्तमान में डामोर की पोस्टिंग राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सादडिया में थी। हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग पहुंचे थे महारैली में राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग पहुंचे थे। महारैली में भील प्रदेश बनाने का राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किया गया था। इस मौके पर नेताओं ने कहा था कि वे हिंदू नहीं हैं। इस रैली में कई सांसद-विधायक भी शामिल हुए थे।