कहा- संस्कृत ही सभी भाषाओं की है जननी।
मेड़ता रोड
एजाज़ अहमद उस्मानी
स्मार्ट हलचल/मेड़ता के राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत स्कूल में 6 दिन तक टीचर्स संस्कृत की बारीकियां जानेगे। जहां संस्कृत संभाषण आधारित प्रशिक्षण शिविर शुरू हुआ है। जिसमें संस्कृत भाषा के एक्सपर्ट की ओर से संस्कृत का गहन ज्ञान टीचर्स को दिया जाएगा।शिविर प्रभारी डॉ. महेन्द्र पारीक ने बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य सभी विषयों के अध्यापकों को संस्कृत भाषा का ज्ञान होना है, क्योंकि संस्कृत ही सभी
भाषाओं की जननी है। ऐसे में संस्कृत का सामान्य ज्ञान सभी विषयों के अध्यापकों को होना जरूरी है। यहां होने वाले शिविर में संस्कृत विषय के अध्यापकों को यहीं बात सीखाई जाएगी कि किस तरह से वह स्टूडेंट्स को संस्कृत सीखाने के साथ-साथ अन्य सब्जेक्ट के टीचर्स को भी संस्कृत में एक्सपर्ट बना सकते हैं।दक्ष प्रशिक्षक मुकुंदशरण उपाध्याय एवं सतीश पाटीदार ने प्रशिक्षुओं को संस्कृत की महत्ता एवं कई बारीकीयों से रुबरू करवाया। शिविर में संस्कृत शिक्षक संघ अजमेर संभाग अध्यक्ष श्रवण लाल जाट ने अपने उद्धार में देवभाषा को ही अन्य भाषाओं की जननी बताया। शिविर में अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक सहित अन्य जिलों के प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे।
इससे पहले मुख्य अतिथि लघु उद्योग भारती मेड़ता इकाई अध्यक्ष राम अवतार चितलांगिया, पालिका के कनिष्ठ अभियंता सरफराज अंसारी, केन्द्राधीक्षक शिवराज विश्नोई की ओर से भी इस शिविर में व्यवस्थाओं और शिविर के महत्व के बारे में बताया गया।