शाहपुरा फुलियाकलां-
समाज सेवा की नई परिभाषा गढ़ते हुए टीम भगत सिंह आर्मी बीते पाँच वर्षों से निरंतर सक्रियता के साथ सामाजिक कार्यों में जुटी है।कोरोना महामारी के कठिन समय में जब पूरा देश थमा हुआ था, उस दौर में भी यह टीम मैदान में डटी रही। राशन वितरण, मास्क वितरण और जरूरतमंदों तक सहायता पहुँचाकर इस टीम ने जनसेवा की सच्ची मिसाल पेश की। टीम का उद्देश्य केवल सेवा नहीं, बल्कि युवा चेतना का निर्माण है।
चाहे गर्मियों में पशु-पक्षियों के लिए पानी के परिंडे लगाना हो, या शहीदों की स्मृति में काव्य सम्मेलन व निबंध प्रतियोगिता कराना टीम ने हर आयु वर्ग और सामाजिक वर्ग से संवाद स्थापित किया है। जय गोपाल भवन, फुलियाकलां सहित अनेक स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों ने इस टीम को भीलवाड़ा जिले ही नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान में पहचान दिलाई है।शहीद अमर क्रांतिकारी भगत सिंह के आदर्शों से प्रेरित होकर, संगठन ने “सोच बदलो, समाज बदलो” के मंत्र के साथ युवाओं को जोड़कर एक नई ऊर्जा दी है। बच्चों में रचनात्मकता और संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए प्रतियोगिताएँ, रोजगार विषयक गोष्ठियाँ, जैसे अभियानों ने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य किया है।
अंगदान जैसा प्रेरणादायक कदम -टीम भगत सिंह आर्मी के उपाध्यक्ष हर्षित तोषनीवाल ने हाल ही में अंगदान करने का संकल्प लेकर समाज के सामने एक नई प्रेरणा प्रस्तुत की है। उन्होंने कहा —
“सेवा केवल जीवन तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि मृत्यु के बाद भी किसी को जीवन देने का माध्यम बनना चाहिए।”
उनका यह कदम युवा पीढ़ी के लिए एक मजबूत संदेश है कि सच्चा देशप्रेम केवल नारों से नहीं, कर्मों से सिद्ध होता है।
टीम एक विचार है, एक आंदोलन है -टीम भगत सिंह आर्मी आज केवल एक संगठन नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतना की पहचान बन चुकी है।
उपाध्यक्ष हर्षित ने बताया कि आने वाले वर्षों में टीम का उद्देश्य और भी अधिक क्षेत्रों तक पहुँचकर सेवा, संस्कार और जागरूकता का संदेश फैलाना है।वे चाहते हैं कि हर युवा समाज के लिए कुछ करे, और इसी विचार के साथ टीम निरंतर अग्रसर है।