“खीर-पूड़ी-नारियल से सजा प्रसाद, आसलपुर में तेजाजी की ध्वज यात्रा बनी आकर्षण का केंद्र”
अजय सिंह (चिंटू)
आसलपुर –स्मार्ट हलचल|गाँव आसलपुर में वीर तेजाजी महाराज का पारंपरिक मेला बड़े उत्साह और भक्ति भाव से आयोजित किया गया। सुबह से ही भक्त मंदिर पहुँचकर तेजाजी महाराज के दर्शन करने लगे और घरों में बने पकवानों का प्रसादी भोग लगाया गया। खीर, पूड़ी, पुए, नारियल सहित पारंपरिक व्यंजन प्रसाद स्वरूप अर्पित किए गए।
मेले की मुख्य आकर्षण ध्वज यात्रा रही, जो भाखरो के घर से शुरू होकर पूरे गाँव में घूमती हुई तेजाजी मंदिर तक पहुँची। यात्रा में ढोल-नगाड़ों की थाप पर लोग नाचते-गाते और “तेजा महाराज की जय” के जयकारे लगाते आगे बढ़े। ध्वज यात्रा में जोत के साथ-साथ गाँववासियों का अद्भुत उत्साह देखने को मिला।
मेले में श्रद्धालुओं के लिए पेयजल और अन्य सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की गई। कमलेश भाखर ने बताया कि यह ध्वज यात्रा पीढ़ियों से चली आ रही परंपरा है और हर साल पूरे गाँव को उत्सवधर्मी बना देती है। रामपाल भम्भोरिया ने कहा कि लोग सुबह से ही मंदिर में आकर प्रसाद चढ़ाते हैं और तेजाजी महाराज के प्रति अपनी आस्था प्रकट करते हैं।
लोकदेवता वीर तेजाजी महाराज को “सत्यवीर” और गौ-रक्षक माना जाता है। उनके जीवन की गाथा राजस्थान की लोकआस्था और संस्कृति में आज भी जीवंत है।