राकेश अचल
स्मार्ट हलचल| कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण नरसंहार की खबर सुनकर सारी रात नींद नहीं आयी। धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले इस भूखंड के सबसे खूबसूरत हिस्से में हुए इस आतंकी कुकृत्य में दो दर्जन से अधिक उन निरीह युवाओं की जान चली गयी जो अपना घर-संसार बसाने से पहले अपने साथ कुछ सुनहरी यादें समेटने यहां आये थे। इस नराधम कार्रवाई से देश ही नहीं पूरी दुनिया स्तब्ध है। इस हादसे की निंदा करने के लिए भी शब्द कम पड़ रहे हैं। पूरी घाटी आने वाले काले दिनों के खौफ से जार-जार हो उठी है।
पहलगाम का नरसंहार एक दुःस्वप्न की तरह हमारे सामने है। पहलगाम आतंकी हमले में कुल 26 लोग मारे गए, जिसमें दो विदेशी और दो स्थानीय शामिल है। मृतकों में भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल शहीद हो गए। हाल ही में शादी के बाद वे हनीमून पर पत्नी संग पहलगाम गए थे। हमले में उनकी पत्नी सुरक्षित बचीं। यह हमला पहलगाम के बैसरन घाटी में हुआ, जहां अक्सर पर्यटक आते हैं। इस इलाके में केवल पैदल या घोड़ों से ही पहुंचा जा सकता है। लश्कर-ए-तैयबा के एक संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट ‘(टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
इस अकल्पनीय हत्याकांड के लिए कौन जिम्मेदार है और कौन नहीं इसकी मीमांसा बाद में हो जाएगी ,लेकिन अभी तो ये तय करना है कि इसकी वजह क्या है ? इसमें कोई दो राय नहीं हैं कि इस समय देश सबसे बड़े संक्रमण काल से गुजर रहा है।इस बीच अब कश्मीर घाटी भी एक बार फिर धधक उठी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवादियों की कायराना हरकत का जवाब देने के लिए भारतीय सेना तैयार है। हमारी सेना तो पहले भी आतंकवादियों से लगातार जूझ ही रही थी ,उसके हाथ किसी ने बांधे थोड़े ही थे। फिर भी ये हादसा हुआ इसका अर्थ है कि रणनीति में कहीं कोई झोल रह गया। यानि हमारा खुफिया तंत्र एक बार फिर नाकाम साबित हुआ। सवाल ये है कि जब हमारी सरकार एक बार सर्जिकल स्ट्राइक कर चुकी है फिर ये आतंकी कहाँ से आ गए ? सरकार को पता था कि पहलगाम हत्याकांड का मुख्य मास्टर माइंड सैफुल्लाह खालिद ताजा आतंकी हमले से दो महीने पहले ही पाकिस्तान के पंजाब के कंगनपुर पहुंचा था, जहां पाकिस्तान सेना की एक बड़ी बटालियन रहती है। वहां पाक सेना के एक कर्नल जाहिद जरीन खटक ने उसे जेहादी भाषण देने के लिए बुलाया था। उसके वहां पहुंचने के बाद खुद कर्नल ने उस पर फूल बरसाए थे।
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद सरकार सक्रिय हुई है।प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह से फोन पर बातचीत की। उन्होंने इस घटना पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए। अमित शाह ने भी कहा है कि इस जघन्य आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और हम अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देंगे। गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर पहुंचकर सभी एजेंसियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक की है । अब नतीजों का इन्तजार करना होगा फिलहाल तो केसर की क्यारी के नाम से मशहूर खूबसूरत वादी-ए-कश्मीर भय और आतंक के साए में है और पूरा देश इस जघन्य आतंकी गतिविधि से हतप्रभ एवं उत्तेजित है।