बून्दी- स्मार्ट हलचल|जिले में स्टेट हाईवे -34 के किनारे खटकड़ के पास मेज नदी निकली हुई हैं। कोटा-बूंदी से देई, नैनवां, तलवास, करवर, इन्द्रगढ़, नैनवां, सवाईमाधोपुर, उनियारा, टोंक, जयपुर के लिए सैकड़ों बड़े, छोटे वाहन इस सड़क मार्ग पर चलते हैं। सड़क मेज नदी के किनारे किनारे काफी दुरी में निकली हुई है। इस मार्ग पर सड़क किनारे महादेव मंदिर के पास तथा खटकड़ की तरफ खतरनाक मोड के पास दीवारें टूटी हुई है। मन्दिर के पास टूटी हुई दीवार वाली जगह पर चौड़ाई का भी अभाव है। एक तरफ पहाड़ व दुसरी तरफ टूटी हुई दीवार के नीचे गहरी मेज नदी है। रात्रि के समय इस स्थान पर एक वाहन को दुसरे वाहन को साइट देने के चक्कर में वाहन नदी में गिरने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। रात्रि या दिन में यदि कभी सवारियों से भरी बस या अन्य सवारियों वाला वाहन गिर जाता है तो भारी संख्या में जन हानि से नकारा नहीं जा सकता।
मूलचंद शर्मा समाजसेवी तलवास ने इस बाबत पूर्व में भी सार्वजनिक निर्माण विभाग को इस बाबत अवगत कराया जा चुका है। जिला कलक्टर बूंदी व अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग बूंदी को पुनः पत्र भिजवा कर टूटी हुई दीवारों का निर्माण करवाने तथा मेज नदी के किनारे की समस्त दीवारों को दुरुस्त व उंचाई बढ़वाने हेतु जनहित में अपील की गयी है। इस सड़क से सभी जन प्रतिनिधि , प्रशासनिक अधिकारी, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी निकलते हैं लेकिन इस संभावित दुर्घटना स्थल की ओर किसी का भी ध्यान आकर्षित नहीं हुआ है। इस मेज नदी पर पूर्व में भी दुर्घटना घटित हो चुकी है।