धामनिया और खड़िया गांवों में मक्का की फसल, तारबंदी व फेंसिंग हटाई गई; चार जेसीबी व 5 रेंजों का स्टाफ रहा तैनात
संजय चौरसिया
हरनावदाशाहजी। स्मार्ट हलचल|हरनावदाशाहजी क्षेत्र मे बारां वन मंडल अंतर्गत रेंज छीपाबड़ौद में सोमवार को वन विभाग ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 864 बीघा वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया। यह कार्रवाई उप वन संरक्षक बारां के स्पष्ट निर्देशों पर की गई, जिसमें मोजा धामनिया और खड़िया गांवों की भूमि शामिल रही।
इन क्षेत्रों में कई वर्षों से अवैध रूप से मक्का की खेती, डंडे गाड़कर सीमा तय करना, लूज स्टोन फेंसिंग और तारबंदी जैसी गतिविधियों के माध्यम से वन भूमि पर कब्जा किया जा रहा था। इस अतिक्रमण को हटाने के लिए वन विभाग ने पूरी योजना के साथ एक व्यापक अभियान चलाया।
पांच रेंजों का संयुक्त ऑपरेशन
कार्रवाई का नेतृत्व रेंजर हेमेंद्र कुमार शाक्यवाल के सुपरविजन में किया गया। इस दौरान छीपाबड़ौद, छबड़ा, अटरू, केलवाड़ा व किशनगंज रेंज के स्टाफ ने मिलकर मोर्चा संभाला। विभाग की ओर से चार जेसीबी मशीनों का उपयोग किया गया, जिससे खेत में बोई गई मक्का की फसल नष्ट की गई और अवैध फेंसिंग को हटाया गया। कार्यवाही मे धामनिया गांव 102 बीघा खड़िया गांव मे 762 बीघा कुल भूमि 864 बीघा अतिक्रमण मुक्त की गई।
कानून तोड़ने वालों पर सख्ती का संदेश
वन विभाग की यह कार्रवाई न केवल अतिक्रमण हटाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण रही, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट संदेश गया कि वन भूमि पर किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभागीय सूत्रों के अनुसार, आगे भी ऐसी सघन कार्रवाई जारी रहेगी।
ग्रामीणों में चर्चा, अतिक्रमणकारियों में हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद पूरे क्षेत्र में चर्चा का माहौल है। जहां एक ओर आम ग्रामीण वन भूमि की सुरक्षा को लेकर विभाग की प्रशंसा कर रहे हैं, वहीं अवैध कब्जाधारियों में हड़कंप मच गया है।