बूंदी– स्मार्ट हलचल|जिले में सबसे चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन का मंगलवार को दुखद अंत हो गया। दुगारी बांध के वेस्ट वेयर से 45 वर्षीय मोहनलाल गोस्वामी का शव 50 घंटे से ज्यादा की लगातार जद्दोजहद के बाद बरामद कर लिया गया। इस अभियान में स्थानीय प्रशासन से लेकर एसडीआरएफ तक की टीमों ने दिन को दिन और रात को रात नहीं समझा। जिला कलक्टर अक्षय गोदारा स्वयं पूरे ऑपरेशन की पल-पल की अपडेट लेते रहे।
जिला आपदा नियंत्रण कक्ष प्रभारी सत्यवान शर्मा ने बताया कि दुगारी निवासी 45 वर्षीय मोहनलाल पुत्र मोती शंकर गोस्वामी दुगारी बांध के ओवर फ्लो के पानी में बह गया था, इसके बाद यह रेस्क्यू शुरू किया गया था। बचाव टीमों के सामने वेस्ट वेयर के नीचे घना जंगल, मिट्टी का मलबा और कीचड़युक्त दलदल सबसे बड़ी चुनौती बनकर खड़ा था। ऐसे में सघन अभियान चलाकर शव बरामद करने में सफलता मिली।
दो टीमों ने दो मोर्चों पर संभाला था काम
रेस्क्यू के लिए दोहरी रणनीति अपनाई गई। एक तरफ एसडीआरएफ के प्रभारी हनुमान मीणा और उनकी टीम बोट से बांसी तालाब के दुगारी कैचमेंट एरिया में शव की तलाश कर रही थी। तो वहीं दूसरी ओर, सिविल डिफेंस के जांबाज जवान घने जंगल और दलदली इलाके को छान रहे थे।
इन जांबाजों की मेहनत लाई रंग
सिविल डिफेंस की टीम ने 50 घंटे तक लगातार कीचड़ और मलबे में तलाशी अभियान चलाया। इस टीम में धनपाल गुर्जर, विशाल जी गोचर, देवकीनंदन गोचर, बलराम सैनी, प्रदीप सैनी, जोधराज गुर्जर, भेरूलाल गोचर, सोराज गुर्जर और ओम शर्मा शामिल थे, जिनके अथक प्रयासों के बाद ही शव को खोजा जा सका। इस पूरे ऑपरेशन में तहसील नैनवा प्रशासन, पुलिस और स्थानीय लोगों ने भी भरपूर सहयोग किया। शव मिलने के बाद प्रशासन ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।