(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
लखनऊ। स्मार्ट हलचल|दिल्ली धमाके की जांच अब राजधानी लखनऊ तक पहुंच गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और यूपी एटीएस की संयुक्त टीम ने मंगलवार को लखनऊ के कई ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर हड़कंप मचा दिया। निशाने पर थे डॉक्टर भाई-बहन डॉ.शाहीन शाहिद और डॉ. परवेज सिद्दीकी जिनके आतंकियों से संभावित कनेक्शन की जांच चल रही है।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली धमाके के बाद संदिग्ध आतंकी गतिविधियों में पकड़ी गई महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद के लखनऊ स्थित घर पर एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमों ने पहुंचकर कई घंटे तक छानबीन की। बताया जा रहा है कि शाहीन को फरीदाबाद से सोमवार को गिरफ्तार किया गया था।
इसी क्रम में देर रात पुलिस ने उसके भाई डॉ. परवेज सिद्दीकी के मड़ियांव के मुतक्कीपुर स्थित आवास पर भी छापा मारा। परवेज, जो इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में सीनियर लेक्चरर है, छापेमारी से पहले ही फरार हो गया। पुलिस ने घर की तलाशी लेकर कई अहम दस्तावेज और दो मोबाइल बरामद किए हैं।
सूत्रों के अनुसार, शाहीन शाहिद हरियाणा की अल फलाह यूनिवर्सिटी में कार्यरत थी, जहां से कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 8 लोगों को हिरासत में लिया था। इन सभी के संबंध जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवा-उल-हिंद जैसे आतंकी संगठनों से बताए जा रहे हैं। उनके पास से विस्फोटक सामग्री और हथियार भी बरामद हुए थे।
डॉ. शाहीन के पिता शाहिद अंसारी स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। परिवार का बड़ा बेटा शोएब अंसारी फिलहाल लखनऊ में ही रहता है। पुलिस को संदेह है कि शाहीन की भूमिका दिल्ली धमाके की साजिश में रही हो सकती है।
जांच एजेंसियों ने राजधानी लखनऊ के अलावा फरीदाबाद और जम्मू-कश्मीर में भी ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है। एटीएस के अधिकारी फिलहाल इस पूरे प्रकरण पर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि बरामद दस्तावेज और मोबाइल फोन इस केस की कड़ी दिल्ली धमाके से जोड़ सकते हैं।
राजधानी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि डॉक्टर भाई-बहन के आतंकियों से संबंध कितने गहरे हैं और क्या दिल्ली धमाका सिर्फ शुरुआत थी।
दिल्ली धमाके की जांच अब आतंक के नेटवर्क का चेहरा बेनकाब करने की ओर बढ़ रही है और उसकी डोरें लखनऊ तक पहुंच चुकी हैं।


