श्री महावीर दिगम्बर जैन सेवा समिति के तत्वावधान में संयम भवन में वर्षायोग प्रवचन
भीलवाड़ा|स्मार्ट हलचल|श्री महावीर दिगम्बर जैन सेवा समिति के तत्वावधान में शास्त्री नगर के संयम भवन में वर्षायोग प्रवचन का आयोजन किया गया, जिसमें मुनि अनुपम सागर ने गुरू के महत्व और जीवन में उनकी भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सच्चा गुरू ही जीवन का लक्ष्य प्राप्त करने में मदद कर सकता है और भगवान की प्राप्ति का मार्ग बताता है।
गुरू का महत्व:
गुरू हमारे जीवन को संवारता और निखारता है।
गुरू ही होता है जो भगवान की प्राप्ति कर संसार सागर से पार होने का मार्ग बताता है। सच्चे गुरू के बिना जीवन का लक्ष्य प्राप्त नहीं हो सकता।
वर्षायोग प्रवचन के मुख्य बिंदु:
मुनि अनुपम सागर ने कहा कि जीवन में प्रेम, एकता, भाईचारा और वाणी का संयम होना आवश्यक है।
श्रावक के पास माल और श्रावक के पास माला होती है, दोनों मिल जाते हैं तो सम्यक दर्शन, ज्ञान, चारित्र के रूप में मालामाल हो जाते हैं।
मुनि निर्मोहसागर महाराज के विचार:-
परिवार के सभी सदस्यों में आपसी स्नेह, प्रेम और भाईचारा होना चाहिए।
-जहां धर्म की आराधना करते हुए सभी मिल-जुलकर प्रेम से रहते हैं और एक-दूसरे के सुख-दुःख में सहभागी बनते हैं, वह आदर्श परिवार होता है।
वर्षायोग के नियमित कार्यक्रम:-
प्रतिदिन सुबह 6:30 बजे अभिषेक व शांतिधारा।
सुबह 7:15 बजे निति क्लास।
प्रातः 8:30 बजे प्रवचन।
प्रातः 10:15 बजे आहार चर्या।
-दोपहर 3:30 बजे स्वाध्याय तत्व चर्चा।
-सांय 6:30 बजे गुरू भक्ति एवं मंगल आरती का आयोजन हो रहा है।