ब्यावर की बहुचर्चित गोशाला भूमि एक बार फिर चर्चा में,The most talked about Gaushala of Beawar
नितिन डांगी ✍️
ब्यावर/स्मार्ट हलचल/मुख्य मंत्री के एक दिवसीय दौरे में नागरिक सतर्कता समिति ब्यावर ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन दे कर 86 बीघा भूमि के अवैध बेचान एवं नामान्तरण को निरस्त कराने की मांग की है साथ ही मुख्यमंत्री से उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की है।
नागरिक सतर्कता समिति ब्यावर के सुरेश चौहान व सुधीर तोमर ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देके बताया कि श्री गौशाला ब्यावर स्थित भूमि (2001-2004) की के संबंध में कार्यवाही कराने तथा उक्त विषय में गहलोत सरकार के राजस्व मंत्री रामलाल जाट द्वारा कथित निगरानी याचिका स्वयं में समक्ष प्रस्तुत करवा भष्ट्राचार पूर्वक दिनांक 08.07.2022 के निर्णय को निरस्त कर पुनः सुनवाई कराने के साथ-साथ माननीय उच्च न्यायालय मे उक्त निर्णय को निरस्त करने हेतु राज्य सरकार द्वारा अपील करने हेतु। सुरेश चौहान ने बताया कि तत्कालीन राजस्व मंत्री रामलाल जाट के निर्णय दि. 08.07.2022 की प्रति के साथ-साथ अन्य आवश्यक दस्तावेजो एवं अब तक की गई कार्यवाही की कुछ प्रति संलग्न है। उक्त भूमि को कथित ट्रस्टियों ने कुछ साधारण पत्र के आधार पर 2001 में पहले तो उसका नामान्तरण परिर्वतन करवाया फिर अपने ही रिश्तेदारों को 86 बीघा भूमि को जो शहर के, पास है उसे करीब 1.5 करोड रूपये में बेचान कर दिया जब की उक्त भूमी की आज की बाजार दर 400-500 करोड़ है।
उपरोक्त विषय में अनेको बार जांच करवाई गई जिसमें उक्त बेचान को गलत नियम विरूद्ध बताया, जिस नाम से कथित बेचान किया गया वह फर्म (कम्पनी एक्ट के तहत रजि.) 1960 में समाप्त (डिजोल) हो गई। गौ माता की इस बहुमुल्य भूमि को बचाने हेतु आप इसमें उच्च स्तरीय समिति का गठन कर हमे भी उसमे सुनवाई का अवसर प्रदान करावे तथा न्यायालय में भी राजस्व मंत्री के निर्णय की नियमानुसार अपील कराने एवं स्थानीय नगर परिषद को इस भूमि पर पट्टा आदि जारी करने पर तत्काल रोक लगाने की मांग की ।