रेलवे मेडिकल टीम की तत्परता से जनरल बोगी
में सुरक्षित प्रसव जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ
स्मार्ट हलचल बनारस/वाराणसी। नई दिल्ली से छपरा जा रही 21 वर्षीय गर्भवती महिला किरन देवी के लिए सफर के दौरान एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया, जब स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस के जनरल बोगी में अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। यह घटना वाराणसी जंक्शन स्टेशन के करीब घटी, जहां गार्ड बोगी से सटे यात्रियों ने त्वरित सूझबूझ दिखाते हुए रेल मदद के माध्यम से वाराणसी वाणिज्य कंट्रोल को सूचना दी।
तुरंत ही रेलवे सुरक्षा बल और मेडिकल टीम को अलर्ट कर दिया गया। जैसे ही ट्रेन वाराणसी जंक्शन पहुंची, सीनियर डिविजनल मेडिकल ऑफिसर डॉ. मोनिका शुक्ला अपनी पैरामेडिकल टीम के साथ जनरल बोगी में पहुंची। उन्होंने सीट को चादरों से घेरकर महिला के सुरक्षित प्रसव के लिए ज़रूरी तैयारियां कीं। थोड़ी ही देर में, डॉ. शुक्ला और उनकी टीम, जिसमें मुख्य नर्सिंग अधीक्षक इंदु कुमारी भी शामिल थीं, ने पूरी सावधानी और दक्षता के साथ महिला का प्रसव करवा दिया। किरन देवी ने एक स्वस्थ बालक को जन्म दिया, और जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ पाए गए।
इस दौरान ट्रेन वाराणसी जंक्शन पर रुकी रही। प्रसव के बाद महिला को रेलवे अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई, परंतु महिला और उसके परिजनों ने यात्रा जारी रखने का निर्णय लिया। सभी मेडिकल प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद, महिला को आगे की यात्रा के लिए मुस्कान के साथ विदा किया गया।
इस साहसिक और मानवीय प्रयास की चर्चा पूरे रेलवे मंडल में हो रही है। मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव ने मेडिकल टीम की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय रेल अपने यात्रियों की हरसंभव सहायता करने के लिए तत्पर रहती है। किरन देवी ने बताया कि दिल्ली के डॉक्टर ने पांच दिन बाद प्रसव की उम्मीद जताई थी, इसलिए वे अपने घर छपरा लौट रही थीं, परंतु अचानक सफर में ही यह घटना हो गई।
रेलवे की इस त्वरित कार्रवाई ने दिखाया कि संकट के समय भी भारतीय रेल अपने यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखती है। इस आशय की जानकारी जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने मीडिया को दी।