–गायत्री परिवार के प्रमुख रमेश चंद्र मोहिल एवं अमृतलाल जाटोलिया ने किया ज्ञान प्रचार का स्वागत
बन्शीलाल धाकड़
बड़ी सादड़ी:-स्मार्ट हलचल|संत निरंकारी मिशन की ओर से गांव बांसी में रात्रि को सत्संग का आयोजन किया गया|जिसमें जिला मुख्यालय चित्तौड़गढ़ के मिशन के ज्ञान प्रचारक महात्मा श्री धीरज कुमार पारेता की उपस्थिति में आयोजित हुई जिसमें खेमराज बाकोलिया की श्रद्धांजलि समारोह में संबोधित करते हुए श्रद्धालुओं को फरमाया कि संतो के मन में परोपकार की भावना होती है जो मानवीय मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा देते हैं। संत महात्मा वैर, विरोध, घृणा, नफरत बांटने का काम नहीं करते हैं बल्कि प्रीत, प्यार, करुणा, दया, नम्रता, सहनशीलता एवं मानवता का पाठ पढ़ाने का कार्य करते हैं
उन्होंने कहा कि देवत्व वाले गुण से जुड़ने वाले एवं परोपकार करने वाले सदा सुखी रहते हैं प्रकृति को परमात्मा ने इंसान की सुख सुविधा के लिए बनाया है इंसान को परमात्मा ने इस सृष्टि पर भेजा किस के लिए है। मैं कौन हूं, मैं कहां से आया हूं, और मेरे को जाना कहां है। इसके लिए पूर्ण सतगुरु की जरूरत होती है जो हमें ठिकाने का अनुभव करवा देता है। वर्तमान में सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज हर मानव को ब्रह्म ज्ञान देकर मानव को मानव से प्रेम करना सीखा रही है। प्रारंभ में गायत्री परिवार के प्रमुख रमेश चंद्र मोहिल एवं अमृतलाल जाटोलिया ने चित्तौड़गढ़ से पधारे ज्ञान प्रचारक महात्मा का नारियल एवं दुपट्टा पहना कर स्वागत किया। आयोजक कर्ता नंदलाल बाकोलिया ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन भेरूलाल निरंकारी ने किया |उक्त जानकारी मिशन के मीडिया सहायक राधेश्याम रेगर ने दी।