2 हजार से अधिक शेयरधारकों के शेयरधारक आधार के साथ, कुल 1 करोड 41 लाख से अधिक का टर्नओवर
पंकज पोरवाल
भीलवाडा।स्मार्ट हलचल|हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा बायफ के सहयोग से संचालित समाधान परियोजना के तहत् किसान उत्पादक संगठनों, एफपीओ की वार्षिक आम सभा आयोजित की गयी। रामपुरा आगुचा की ताम्बावती नगरी किसान उत्पादक संगठन की सभा हिन्दुस्तान जिंक उषा मीणा, सहायक निदेशक, कृषि विभाग, गुलाबपुरा, रामलाल बलाई, कृषि अधिकारी, गुलाबपुरा, बालकिशन शर्मा, पूर्व सरपंच, कोठिया, लालाराम चौधरी, क्षेत्रीय प्रमुख, इफको, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड से राम मुरारी, आईबीयू सीईओ, रामपुरा आगुचा, अभय गौतम, डिप्टी सीएसआर, अभिमन्यु सिंह, हेड एडमिन रामपुरा आगुचा, सीएसआर एवं बायफ टीम की उपस्थिती में आयोजित की गयी, बैठक में 120 किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत एफपीओ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सत्र में तम्बावती नागरी एफपीओ के दृष्टिकोण और मिशन का एक संक्षिप्त परिचय दिया, जिसमें वित्त वर्ष 2024-25 के लिए व्यावसायिक उपलब्धि पर प्रकाश डाला। साथ ही आगामी वर्ष वित्त वर्ष 2025-26 के लिए एफपीओ बिजनेस प्लान, निदेशक चुनाव एवं बोनस शेयर वितरण पर भी चर्चा की गई। समाधान परियोजना द्वारा कंपनी अधिनियम 2013 के तहत एफपीओ की स्थापना कर किसानों को सशक्त बनने की ओर अग्रसर है। ये संगठन कृषि आदानों की खरीद, उत्पादन, कटाई, ग्रेडिंग, एकत्रीकरण और कृषि उपज के विपणन में किसानों का सहयोग करते हैं। कार्यक्रम सामुदायिक संगठनों के पोषण और एफपीओ के नेतृत्व वाले विकास के माध्यम से बाजार आधारित पूर्व और बाद की सेवाएं प्रदान करने पर केंद्रित है। समाधान पहल के तहत, हिंदुस्तान जिंक ने 6 जिलों में 5 एफपीओ स्थापित किए हैं, जिससे 9000 से अधिक शेयरधारक लाभान्वित हुए हैं। एफपीओ के माध्यम से, किसानों को न केवल अपनी खेती की लागत के प्रबंधन में आशा की एक नई किरण मिली, बल्कि उन्हें बाजार की कीमतों के बारे में भी नियमित जानकारी मिलती रही और वे सामूहिक रूप से बाजार पहुंच और उत्पाद से संबंधित चुनौतियों पर काबू पाते हुए अपनी उपज बेचने के लिए बेहतर मूल्य निर्धारण निर्णय लेने में सक्षम हुए। ये उपलब्धियाँ राजस्थान में सस्टेनेबल कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने और किसानों की आजीविका बढ़ाने में हिंदुस्तान जिंक और उसके भागीदारों के समर्पण को दर्शाती हैं। समाधान कार्यक्रम समुदायों को सशक्त बनाने और क्षेत्र में कृषि के लिए एक उज्जवल भविष्य के निर्माण में प्रगति की ओर बढ़ रहा है।


