अजय सिंह (चिंटू)
चूरू– राजस्थान का चूरू जिला एक अनोखी धार्मिक पहल का साक्षी बनने जा रहा है। यहां विश्व का पहला यमराज मंदिर बनकर तैयार होने जा रहा है, जिसमें अखंड दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम 23 अक्टूबर 2025 को किया जाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर गुरु माँ संयोगता दीप प्रज्वलित कर विधिवत अखंड ज्योति का शुभारंभ करेंगी।
यमराज, जिन्हें हिन्दू धर्म में मृत्यु के देवता के रूप में जाना जाता है, अब तक किसी भी मंदिर में प्रमुख आराध्य के रूप में स्थापित नहीं किए गए हैं। चूरू के पास तारा नगर तहसील राजू की ढाणी में बनने जा रहा यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से अनोखा है, बल्कि यह समाज को कर्म, न्याय और धर्म के महत्व की गहराई से समझाने का भी माध्यम बनेगा।
मीडिया से मुखातिब होते हुए यमराज धाम के कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ पत्रकार रोहित तिवारी ने कहा कि, “यमराज को केवल मृत्यु का देवता मानना अधूरा है। वे धर्म के रक्षक हैं, जो जीवन में अच्छे-बुरे कर्मों का न्याय करते हैं। इस मंदिर के माध्यम से हम समाज को यही संदेश देना चाहते हैं कि जीवन में सत्य, धर्म और न्याय का पालन आवश्यक है।”
मंदिर में यमराज की एक भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी , जिसमें उन्हें न्यायासन पर विराजमान दिखाया गया है l कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ पत्रकार रोहित तिवारी ने बताया
कार्यक्रम के दौरान अखंड दीप प्रज्वलित होकर भजन संध्या, प्रवचन, भव्य आरती का आयोजन भी किया जाएगा। आयोजन समिति ने स्थानीय जनता और श्रद्धालुओं से बड़ी संख्या में पहुंचने की अपील की है।
यह मंदिर न केवल धार्मिक श्रद्धा का केंद्र बनेगा, बल्कि लोगों को अपने कर्मों के प्रति जागरूक करने का भी एक माध्यम साबित होगा l