शिक्षकों के 25 % पद खाली,13 विद्यालयों में नहीं पीटीआई
बानसूर।स्मार्ट हलचल/प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर अक्सर अपनें बयानों के कारण मीडिया की सुर्खियों में बनें रहतें हैं औंर शिक्षा विभाग की व्यवस्थाओं की बेहतरी व सुधारों के तमाम दावें करतें हैं लेकिन वास्तविकता ठिक इसके विपरीत हैं। ब्लॉक में कुल 244 राजकीय विद्यालय संचालित हैं। जिनमें क्षेत्र के 20729 विधार्थी अध्ययनरत हैं।ब्लॉक में कुल 1911 शिक्षकों के पद शिक्षा विभाग द्वारा स्वीकृत किए गए हैं लेकिन वर्तमान में मात्र 1494 शिक्षक हीं कार्यरत हैं जबकि 417 पद रिक्त चल रहें हैं। लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं हैं। ब्लॉक में 35 विद्यालय तों बिना मुखिया के चल रहे हैं जहां प्रधानाचार्य के पद ही रिक्त चल रहें हैं। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लोयती में तों 2021 में भागीरथ मीणा के स्थानांतरण के बाद सें प्रधानाचार्य का पद रिक्त चल रहा हैं हालांकि बीच में 6 माह के लिए कैलाश चंद्र यहां कार्यरत रहें लेकिन बिमारी के चलतें उनका निधन हों गया। राजकीय विद्यालय लोयती पीईईओ मुख्यालय हैं जहां पीईईओ परिक्षेत्र में आनें वालें राजकीय व निजी विद्यालयों के काफ़ी काम होतें हैं लेकिन जिम्मेदार मानों आख मूंदे बैठें हों। अक्टूबर महिनें में हीं विधार्थियों के द्वितीय जांच परख हैं उसके बाद दिसंबर में अर्द्धवार्षिक एवं मार्च में बोर्ड कक्षाओं की व अप्रैल में अन्य कक्षाओं की वार्षिक परिक्षाएं संभावित हैं। लेकिन ब्लॉक में करीब अध्यापकों के 25% पद खाली हैं ऐसे में विधार्थियों की कितनी तैयारी औंर पढ़ाई हो रहीं हैं यह तों शिक्षा विभाग हीं जानें। एक तों पहलें हीं विभाग में शिक्षक कम है बावजूद इसके सरकार द्वारा जनगणना व चुनाव संबंधित कार्यों में अध्यापकों की ड्यूटी लगा दी जाती हैं। जिससें विधार्थियों की पढ़ाई बाधित होती हैं। अब सवाल उठता हैं कि राजकिय विधालयों में अध्यनरत विधार्थियों की शिक्षा व भविष्य के साथ खिलवाड़ कर प्रदेश सरकार शिक्षा विभाग में कौन सी बेहतरी व सुधारों का दावा कर रही हैं। सरकार भलें हीं ओलंपिक खेलों के माध्यम से राजकीय विद्यालयों में खेल प्रतिभाओं के विकास का दावा कर रही हो लेकिन ब्लॉक के 13 राजकीय विद्यालयों में तो शारीरिक शिक्षक के पद ही खाली है तों आखिर इन विद्यार्थियों को खिलाएं कौन और कैसे अपने अंदर छुपी खेल प्रतिभा को यह विधार्थी बाहर निकालें। मुख्य खंड शिक्षा अधिकारी सीमा शर्मा ने बताया कि शिक्षा के साथ हीं बच्चों का सर्वांगीण विकास करना ही हमारी प्राथमिकता हैं। रिक्त पदों की सूचना निदेशालय में भेज दी हैं जल्द ही शिक्षा विभाग द्वारा स्थानांतरण लिस्ट जारी कर रिक्त पदों को भरने की संभावना हैं।