बाजोलिया में बजरी से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली ने ली बाईक सवार महिला की जान,
– ग्रामीणों द्वारा उनियारा थाने का घेराव के बाद एसपी ने 3 संदिग्ध भूमिका वाले पुलिसकर्मियों को किया लाईन हाजिर,
– एएसपी व एसडीएम की मौजूदगी में 3 सूत्रीय मांगों पर बनी सहमति के बाद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन को किया खत्म
शिवराज मीना
टोंक/उनियारा।स्मार्ट हलचल/जिले के उनियारा थाना क्षेत्र में बीती मगंलवार देर रात्रि को समय 10 बजे करीब बाजोलिया गांव के समीप नहर पर बजरी के ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से बाईक सवार एक 33 वर्षीय महिला मोना उर्फ कीर्ति देवी पत्नी कपिल जांगिड़ निवासी बाजोलिया की मौत हो गई, जबकि महिला का बाईक चालक जेठ सुरक्षित बच गया। महिला अपने परिजनों के साथ ढिकोलिया से किसी कार्यक्रम में शामिल होकर अपने गांव बाजोलिया आ रही थी। यह हादसा पुलिस द्वारा बजरी माफिया वाहनों का पीछा करने के दौरान का बताया जा रहा हैं। मंगलवार देर रात्रि को ही परिजनों व पुलिस ने महिला के शव को उनियारा सीएचसी अस्पताल ले जाकर मोर्चरी में रखवाया। जहां परिजनों व ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यशैली को लेकर आरोप लगाए। विरोध बढ़ता देख एसडीएम उनियारा अस्पताल पहुंचे और परिजनों से समझाइश की। मामला गर्माने की आशंका के चलते अस्पताल में ही सर्किल पुलिस जाप्ता तैनात किया गया। बुधवार की सुबह सैकड़ों ग्रामीणों ने उनियारा थाने का घेराव कर बाद में अस्पताल में विरोध प्रदर्शन किया और तीन सूत्रीय मांगों में ट्रैक्टर ट्रॉली को जप्त कर चालक के विरूद्ध कार्यवाही. बजरी माफिया को संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही तथा 50 लाख रूपए की आर्थिक सहायता सहित सरकारी नौकरी की मांग पूर्ण करने के बाद ही शव को उठाकर पोस्टमार्टम की मांग की और नारेबाजी कर उनियारा थाने के सामने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को रोड़ पर खड़ा कर जाम लगा दिया। पुलिस उप अधीक्षक रोहित कुमार मीणा, थाना प्रभारी छोटेलाल मीणा सहित सर्किल जाप्ते ने मोर्चा संभाला। करीब आधे घण्टे तक जाम लगने पर दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतार लग गई। मामला बढ़ता देख सूचना मिलने पर उपखण्ड अधिकारी उनियारा त्रिलोक चन्द मीना और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टोंक आदर्श चौधरी मय सर्किल जाप्ता व टोंक पुलिस लाईन से अतिरिक्त जाप्ते के मौके पर पहुंचे। जहां मृतक महिला के परिजनों परिजनों और ग्रामीणों से बातचीत कर समझाईश का प्रयास किया। काफी जद्दोजहद से दोपहर बाद प्रशासन और मृतका के परिजनों के बीच लिखित मांगों पर सहमति बनी। जिसमें परिजनों द्वारा आरोपों के अनुसार बजरी के ट्रैक्टर-ट्रॉली की बजरी को मौके पर ही खाली करवाकर फरार कराने की घटना में संदिग्ध भूमिका निभाने व ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले आरोपी एएसआई रतनलाल मीणा, कांस्टेबल रतिराम सहित कांस्टेबल ड्राईवर मनीष को जिला पुलिस अधीक्षक टोंक राजर्षी राज वर्मा ने तुरन्त प्रभाव से लाईन हाजिर कर दिया और उपखण्ड अधिकारी द्वारा 3 सूत्रीय मांगों में उचित मुआवजे और परिजन / आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग को भी सरकार तक पहुंचाकर नियमानुसार पूरी करवाने का लिखित में आश्वासन दिया। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आदर्श चौधरी ने बताया कि मृतका के परिजनों द्वारा दी गई रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया गया है और घटनाक्रम में शामिल ट्रैक्टर की पहचान कर उसे भी जप्त कर लिया गया है। मामले के सारे तथ्यों की पूरी जांच कर दोषियों को सजा दिलाई जायेगी। पुलिस ने पंचनामा भरकर मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है।