समर्थ कुमार सक्सेना
लखनऊ। स्मार्ट हलचल/उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल के उग्रसेनपुर-फूलपुर- सरायचंडी-थरवई-फाफामऊ रेलपथ के 32.17 किमी. के दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत रेल मार्ग के संपन्न किए गए कार्य का निरीक्षण रेल संरक्षा आयुक्त, उत्तर परिमंडल, दिनेश चंद देशवाल ने किया I आज के इस दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण कार्य के उपरांत जंघई से फाफामऊ जं. (46.79 KM) का पूरा रेलखंड दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत हो जाएगा। ज्ञात हो कि इस रेलखंड पर जंघई जं.- बरियाराम-उग्रसेनपुर रेलखंड के 14.62 किमी. रेलपथ के दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत रेल मार्ग के कार्य की कमीशनिंग का कार्य पूर्व में रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा किया जा चुका है। आज के निरीक्षण के बाद स्वीकृति मिलने पर इस पूरे दोहरीकृत/विद्युतीकृत रेलखंड पर गाड़ियों का परिचालन संभव हो सकेगा l इस कार्य के उपरांत इस रेलखंड से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के संचालन में सुधार तथा समय की बचत होगी साथ ही दुर्घटनाओं की संभावना भी कम होगी। इसके साथ ही महाकुंभ के दौरान उस रेलपथ पर गाड़ियों का आवागमन और अधिक सुगमतापूर्वक हो सकेगा।
अपने इस निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त, उत्तर परिमंडल, दिनेश चंद देशवाल ने उग्रसेनपुर, फूलपुर, सरायचंडी, थरवई एवं फाफामऊ स्टेशनों पर स्थित रिले रूम, IPS रूम, संरक्षा संबंधी कार्यालयों व अभिलेखों, संरक्षा के सभी आवश्यक मानकों, संसाधनों, उपकरणों इत्यादि का विधिवत निरीक्षण किया। उन्होंने मोटरट्राली द्वारा उग्रसेनपुर से फाफामऊ के मध्य निरीक्षण करते हुए रेलपथ सहित अन्य समस्त आवश्यक प्रक्रियाओं को गहनता से परखा। उन्होंने मार्ग में पड़ने वाले ब्रिज संख्या 108, कर्व संख्या 4L, लेवल क्रॉसिंग संख्या 26C, ब्रिज संख्या 131 A, टर्नआउट 43B, ब्रिज संख्या 148A का निरीक्षण किया तथा सिग्नलिंग व्यवस्था तथा रेलपथ संरक्षा की व्यवस्थाओं को देखा और इस संबंध में अपने आवश्यक सुझाव एवं निर्देश पारित दिये।
इसके उपरांत रेल संरक्षा आयुक्त ने फाफामऊ से उग्रसेनपुर तथा उग्रसेनपुर से फाफामऊ के मध्य दोनों दिशाओं में स्पीड ट्रायल लिया और रेल परिचालन एवं संरक्षा संबंधी सभी नियमों का पूर्णतया पालन करते हुए कार्य करने की बात कही। इस निरीक्षण में रेल संरक्षा आयुक्त के साथ मंडल रेल प्रबंधक, एस.एम. शर्मा, चीफ ब्रिज इंजीनियर, सुरेश कुमार सपरा, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण), श्याम सिंह एवं विभिन्न विभागों के शाखाध्यक्ष, अन्य यूनिटों के उच्चाधिकारियों सहित अनेक रेलकर्मी उपस्थित रहे।