राजकुमार जैन, यातायात प्रबंधन मित्र
स्मार्ट हलचल/गुजरते साल की अंतिम रात्रि को हम नव वर्ष की पेशवाई जोशो खरोश से करते हैं। नये साल के पहले दिवस, एक जनवरी की पहली सुबह कोई ना कोई न्यू ईयर रिजालूशन या नये साल का कोई अभिनव संकल्प लेकर उस पर अमल करने का भरसक प्रयास भी करते है। नए साल के स्वागत और सम्मान में प्रण लेने की इस परंपरा में, इस वर्ष हमें यातायात नियमों के पालन की प्रतिज्ञा लेने को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि वर्तमान में, देश का प्रत्येक नागरिक रोजाना हो रही सड़क दुर्घटना से भयभीत है और नियमित लग रहे ट्रेफिक जाम की गंभीर चुनौती से बुरी तरह त्रस्त है। यह समस्या अन्य मूलभूत आवश्यकताओं जैसे रोटी, कपड़ा, मकान, सड़क, बिजली, पानी और रोजगार आदि से भी बड़ी हो चुकी है। इन काबू से बाहर जाते हालातों के लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार है, यातायात नियमों के प्रति हमारी उदासीन प्रकृति और उनके उल्लंघन की हमारी प्रवृती। तो क्यों ना इस वर्ष इस सदी की सबसे बड़ी समस्या को हल करने में अपना योगदान देने का संकल्प लिया जाए। देश का प्रत्येक नागरिक शपथ ले कि वो यातायात नियमों की जानकारी लेगा और उनका पालन भी करेगा। प्रत्येक वाहन चालक अनिवार्य रूप से एक व्यक्तिगत लक्ष्य के रूप में पूरे वर्ष जिम्मेदार ड्राइविंग को सर्वोच्च वरीयता देगा।
प्रत्येक मनुष्य के जीवन में अपने अपने धर्म के अनुसार गर्भाधान से लेकर निधन तक कई संस्कार सम्पन्न होते है। लेकिन जिस समय इन संस्कारों की रचना की गई थे उस समय यातायात की समस्या सामने नहीं थी अन्यथा यातायात नियम पालन संस्कार भी धार्मिक और सामाजिक परंपराओं का अनिवार्य अंग होता और उनका उल्लंघन पाप की श्रेणी में रखा जाता। अपने जीवन में सड़क सुरक्षा के इस संस्कार को अपनाकर और यातायात नियमों का सजगतापूर्वक पालन करके आप स्वयं और दूसरों की जीवन रक्षा करने में अतुलनीय योगदान दे सकते हैं।
यूं तो नए साल पर लिए जाने वाले अधिकतर संकल्प व्यक्तिगत होते हैं और अक्सर सिर्फ़ उन्हें लेने वाले व्यक्ति के जीवन को ही प्रभावित करते हैं। लेकिन यातायात नियम पालन संकल्प उन सबसे अलग और अधिक महत्व रखता है क्योंकि यह संकल्प परिवार और दोस्तों के साथ साथ शहर के हर नागरिक को प्रभावित करता है। तो इस नए साल 2025 में देश के समस्त नागरिकों को यह संकल्प लेना चाहिए कि वो अपने परिवार में यातायात नियम पालन संस्कार को एक अनिवार्य संस्कार के रूप में मान्यता देंगे और उनके उल्लंघन को एक गंभीर पाप समझेंगे।
वस्तुतः यही वो सटीक और प्रभावशाली उपाय है जो हम सबको इस जानलेवा समस्या से बड़ी हद तक मुक्ति दिलवा सकता है। हमेशा यातायात नियमों का पालन करने का नव वर्ष का संकल्प लेने का अर्थ है सड़क सुरक्षा नियमों का निरंतर पालन करने की प्रतिबद्धता, जैसे गति सीमा का पालन करना, लाल बत्ती पर रुकना, टर्न इंडीकेटर का उपयोग करना, लेफ्ट टर्न को खाली रखना, अन्य वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखना, सतर्क रहना, वाहन का रखरखाव अच्छी तरह से करना, रक्षात्मक ड्राइविंग तकनीकों का अभ्यास करना, सड़क पर दूसरों के प्रति शिष्टता बरतना, लेन कटिंग नहीं करना, येन केन प्रकरेण ओवरटेक नहीं करना, बेवजह हॉर्न नहीं बजाना, नियत स्थल पर वाहन पार्क करना, दुर्घटना होने पर मारपीट नहीं करना, नशा कर वाहन नहीं चलाना, रांग साईड में वाहन नहीं चलाना, क्षमता से अधिक सवारी नहीं बैठाना, शहर के अन्दर हाइ बीम लाईट बंद रखना, वाहन चलाते समय मोबाईल और अन्य उपकरणों के उपयोग से परहेज रखना, हेलमेट पहनना, सड़क पर ध्यान केंद्रित रखना, स्टॉप लाईन पर गाड़ी रोकना, जेब्रा क्रासिंग से सड़क पार करना, समुचित समय पूर्व गंतव्य पर जाने के लिए निकलना, पूरे समय सीट बेल्ट लगाकर रखना, लाल बत्ती होने पर अपने आगे वाले गाड़ी से चिपककर निकलने का प्रयास नहीं करना, आदि, । इन सब नियमों का नियमित रूप से पालन कर हम शहर के ट्रेफिक को बड़ी हद तक सुगम बना सकते हैं और सड़क दुर्घटना दर में कमी लाकर सम्पूर्ण मानवता की बड़ी सेवा कर सकते हैं।
लक्ष्य यह होना चाहिए कि जिम्मेदारी से वाहन चलाने को एक नियमित आदत बनाया जाए, न कि केवल कभी-कभार दिखावे के लिए किया जाने वाला कार्य। अपने इस दायित्व पूर्ण संकल्प पर अभिमान कीजिए और इसे अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा कीजिए। अपने इस जीवनदायी संकल्प को अपने सोशल मीडिया पर शेयर कीजिए। रोजाना अपनी प्रगति के बारे में खुद को और दूसरों को भी बताईए। रोजाना अपने अनुभव के बारे में लिखिए, ऐसा करना आपको स्वयं के प्रति जवाबदेह बनाएगा और पूरे साल आपके लक्ष्य को पूरा करने में आपकी मदद करेगा। तय मानिए कि साल के अंत में आप अपने आप पर गर्व महसूस करेंगे।