विधायक शत्रुघ्न गौतम ने की आर्थिक सहायता की घोषणा
दिलखुश मोटीस
केकड़ी (अजमेर): स्मार्ट हलचल|जिले के सावर थाना क्षेत्र के बिसुन्दनी गांव में बुधवार सुबह एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव को झकझोर दिया। एक निर्माणाधीन मकान पर काम कर रहे परिवार पर मौत ने बिजली बनकर कहर बरपाया। छत के ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की विद्युत लाइन ने एक ही झटके में तीन जिंदगियों को छीन लिया ।
परिवार के तीन शव एक साथ — एक मां, एक बेटी और एक दामाद
बुधवार सुबह करीब 7 बजे प्रेम देवी (60) के मकान पर निर्माण कार्य चल रहा था। गर्मी और तेज धूप से बचने के लिए सुबह-सवेरे ही काम शुरू हुआ था। काम में उनकी बेटी माया देवी (45), दामाद कंवरपाल (50, कादेड़ा निवासी) और छोटी बेटी तारा देवी (22) भी जुटे हुए थे।
जैसे ही मकान की तराई के लिए पानी डाला गया, ऊपर से गुजर रही 11 केवी हाईटेंशन लाइन की करंट ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। न कोई चेतावनी, न कोई मौका — एक ही पल में तीन लोग जमीन पर गिरे। प्रेम देवी, माया और कंवरपाल की मौके पर ही मौत हो गई। तारा देवी बुरी तरह झुलस गई — अब वह सावर अस्पताल में ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रही है।
ग्रामीणों की गूंजती आवाज़: “हमने पहले ही चेताया था!”
गांव वालों की आंखों में आंसू और दिलों में गुस्सा साफ दिखा। “हमने विद्युत विभाग को कई बार चेताया था कि ये 11 केवी लाइन घरों के बेहद पास से गुजर रही है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब तीन लाशें उठ गईं — क्या अब भी कोई जागेगा?” — यह सवाल हर ओर गूंज रहा था।
प्रशासन और नेता पहुंचे, सहायता की घोषणा
हादसे की जानकारी मिलते ही सावर पुलिस मौके पर पहुंची। शवों को सावर राजकीय चिकित्सालय लाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित किया।
मौके पर विधायक शत्रुघ्न गौतम, उपखंड अधिकारी सुभाष हेमानी, एसडीएम आस्था शर्मा, विद्युत विभाग के एक्सईएन अरुण जांगिड़ और केकड़ी डीएसपी हर्षित शर्मा पहुंचे।
विधायक गौतम ने 5 लाख रुपये की सहायता विद्युत विभाग से, 2 लाख मुख्यमंत्री सहायता कोष से और 1-1 लाख रुपये स्वयं की ओर से देने की घोषणा की।
बिसुन्दनी में मातम पसरा, हर आंख भीगी
पूरा गांव स्तब्ध है। मातम की चादर गांव के हर घर पर पसरी हुई है। तारा देवी के होश में आने का हर कोई इंतजार कर रहा है, पर कौन बताएगा उसे कि अब उसके अपने नहीं रहे ।