जोबनेर।स्मार्ट हलचल|किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए वहां की रेल व्यवस्था का विस्तार होना अति आवश्यक है। जयपुर जिले का जोबनेर शहर लगभग 40 गांवों का केंद्र बिंदु है, जिसके नजदीकी रेलवे स्टेशन आसलपुर-जोबनेर है, लेकिन गाड़ियों का ठहराव नहीं होने के कारण क्षेत्र की आम जनता या तो बसों से यात्रा करती है या फिर रेलवे से यात्रा करने के लिए फुलेरा जंक्शन या जयपुर जंक्शन जाना पड़ता है, जिससे उनके अतिरिक्त धन एवं समय की बर्बादी के साथ-साथ अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
डेली रेल यात्री संघ आसलपुर-जोबनेर के गोपाल लाल कुमावत, नरेंद्र पारीक, राम स्वरूप लाम्बा, सुरेश कुमावत ने बताया कि आसलपुर-जोबनेर रेलवे स्टेशन पर गाड़ियों के ठहराव के संबंध में क्षेत्रवासियों के द्वारा कई वर्षों से मांग की जा रही है, जिसका समाधान अभी तक नहीं हुआ है। इस कारण क्षेत्र की जनता में भारी आक्रोश है। क्षेत्रवासियों के द्वारा सांसद, विधायक को कई बार पत्रों के द्वारा अवगत करवाकर गाड़ी नंबर 12465/66 रणथम्भौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 12981/82 असरवा सुपरफास्ट एक्सप्रेस एवं 20487/88,20489/90 दिल्ली जयपुर बाड़मेर मथुरा सुपरफास्ट एक्सप्रेस का ठहराव आसलपुर-जोबनेर रेलवे स्टेशन पर सुनिश्चित किये जाने हेतु मांग की जिससे कि क्षेत्र के विद्यार्थियों, युवाओं, सीनियर सिटिजनों, दैनिक मजदूरों एवं व्यापारियों के साथ-साथ श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, ज्योति विद्यापीठ महिला महाविद्यालय में अध्ययन के लिए बाहर से आने वाले विद्यार्थियों एवं प्रसिद धार्मिक स्थल ज्वाला माताजी के मंदिर में दर्शन लाभ के लिए बाहर आने वाले भक्तों का आवागमन बेहतर हो सके। उक्त गाड़ियों का ठहराव आसलपुर-जोबनेर रेलवे स्टेशन पर होने से राजस्थान के अधिकांश जिलों के साथ-साथ अन्य राज्यों एवं अनेक धार्मिक स्थलों से भी क्षेत्र का जुड़ाव बेहतर हो सके।


