रायला ( लकी शर्मा) भीलवाड़ा जिले के हुरड़ा उपखंड क्षेत्र के विद्युत विभाग के कर्मचारी उपभोक्ता से काम करवाने की एवज में पैसे की मांग करते है। वही विधुत विभाग में संसाधनो वाहनों के नही होने के कारण यहां के कर्मचारी काम करने में लापरवाही बरतते है।बिजली विभाग के कर्मचारियों की मनमानी के कारण किसानो को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जहा किसानों को सिंचाई कार्य के लिए बिजली की आवश्यकता होती है। ऐसे में सिंचाई कार्य के लिए अलग से कनेक्शन और ट्रांसफार्मर उनके खेत में लगाया जाता है। कई बार ट्रांसफार्मर चोरी हो जाते हैं या खराब हो जाते हैं तो उन्हें बदलवाने के लिए विद्युत विभाग में जाना पड़ता है। पर विभाग में वाहनों की कमी व संसाधन भी नही होने के कारण कार्य को गति नही मिल पाती है।
ऐसा ही एक मामला हुरड़ा उपखंड क्षेत्र के सरेरी के निकटवर्ती बागा का खेड़ा गांव का आया। जहां किसान के खेत पर नलकूप का ट्रांसफार्मर खराब हो जाने के बाद जब किसान हुरड़ा विधुत विभाग में पहुचा तो वहां मौजूद कर्मचारी मोहन लाल ने ट्रांसफार्मर को जल्दी से जल्दी खेत तक भिजवाने के नाम पर ₹2000 की मांग की इसके बाद किसान ने ₹2000 भी दिए 15 दिन बीत जाने के बाद भी जब ट्रांसफार्मर खेत पर नहीं लगा तो पीड़ित किसान ने इस घटना को स्थानीय पत्रकार को अवगत कराया।
पत्रकार ने विभाग के उच्चाधिकारियों को इस पुरी बात के बारे में जानकारी से अवगत करवाया जिसके बाद उच्चाधिकारी JEN योगिता में पीड़ित किसान को आश्वस्त करते हुए कहा की ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी वही किसान से लिये गए 2000 रु भी जांच करने के बाद वापस लौटाए जाएंगे।
15 दिन के बाद हरकत में आए विभाग के कर्मचारियों ने सुध लेते हुए बुधवार को देर शाम होने के बाद भी खेत पर ट्रांसफार्मर तो लगा दिया पर लाईन मेन के द्वारा ट्रांसफार्मर में वायरिंग नही की जाने के कारण फसलों को पानी नही पिलाया गया।जिसके चलते फसलों को भी नुकसान हो रहा है।