मांडलगढ़। स्मार्ट हलचल/वर्तमान समय की भागदौड़ में आमजन सच्चे ईश्वर की प्राप्ति को दरकिनार कर इस नश्वर शरीर के सुखों की चाह लिए इधर से उधर भागमभाग कर रहा है लेकिन परिणाम ढाक के तीन पात ही है। सच्चे परमात्मा की जो कि निरंकार के रूप में है उसे जानकर सेवा सत्संग व सिमरण के सहारे असली सुखों को अपनी झोली में डाल सकता है। क्षेत्र के बोरखेड़ा ग्राम में आयोजित निरंकारी सत्संग को सम्बोधित करते हुए भीलवाड़ा निरंकारी मण्डल के प्रचारक महात्मा सन्त ग्यारसी लाल ने उपस्थित सन्तो के समक्ष ये विचार व्यक्त किए। सत्संग में स्थानीय सन्तो में सुखदेव महात्मा,वेणीराम महात्मा,कैलाश महात्मा,मुकेश महात्मा सहित अन्य संतो ने गुरु आदेशानुसार जीवन को जीने के लिए प्रेरणा प्रदान की। सत्संग में भीलवाड़ा, नन्दराय,कोटड़ी,बीगोद,माण्डलगढ़,फलासिया,गोविंदपुरा, सोपुरा, बड़लियास सहित अन्य गांवों के श्रदालुओं ने भाग लिया।