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यूपी के गाजीपुर दो हादसों में पांच लोगों की दर्दनाक मौत,Two accidents in Ghazipur, UP

यूपी के गाजीपुर दो हादसों में पांच लोगों की दर्दनाक मौत

करंट लगने से मां-बेटी की गई जान,डूबकर दो की मौत

 शीतल निर्भीक
लखनऊ।स्मार्ट हलचल/उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले की नोनहरा थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव में गुरुवार की सुबह साफ-सफाई करते समय स्टैंड फैन में उतरे करंट की चपेट में आने से मां और पुत्री की मौत हो गई। पुलिस को सूचना दिए बिना ही परिजनों ने ग्रामीणों ने मां और पुत्री का अंतिम संस्कार कर दिया।

मिली जानकारी के अनुसार गाजीपुर जिले की रानीपुर गांव निवासी अंशु यादव (17) सुबह उठने के बाद साफ-सफाई में जुट गई। इस दौरान उसने कमरे में चल रहे स्टैंड फैन को खिसकाने के लिए जैसे ही पंखा को पकड़ा विद्युत करंट की चपेट में आ गई। इधर घर में काम रही मां सोमारी देवी (40) ने पुत्री को आवाज दिया, लेकिन कुछ हलचल नहीं सुनाई।

वह कमरे में पहुंच गई तो देखा कि पुत्री स्टैंड फैन से चिपकी पड़ी है। वह पुत्री को बचाने के लिए जैसे ही उसे पंखा से छुड़ाने का प्रयास करने लगी वह भी करंट की चपेट में आ गई। मां और पुत्री पंखे से चिपकी रही। इधर, काफी देर होने के बाद जब कुछ पता नहीं चला तो रामजी यादव कोई सामान लेने कमरे में पहुंचे।

पुत्री और पत्नी के स्टैंड फैन से चिपका देख शोर मचाने के साथ ही बोर्ड से प्लग बाहर किया। इधर दोनों की मौत हो चुकी थी। आवाज सुनकर गांव के लोग भी घटना स्थल के तरफ दौड़ पड़े। ग्रामीणों ने मां सोमारी देवी और पुत्री अंशु यादव के शव को बाहर निकाला। परिजनों में चीख- पुकार मच गई।

गांव के लोग परिवार के लोगों को सांत्वना देने में जुटे रहे। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर ग्रामीणों की मदद से दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। नोनहरा थानाध्यक्ष कमलेश कुमार ने बताया कि घटना की कोई जानकारी नहीं है। परिजनों की ओर से तहरीर मिलती है तो विधिक कार्रवाई की जाएगी।

नहाते समय गंगा में डूबकर दो युवकों की मौत

यूपी के गाजीपुर के सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के वाराहरूप घाट पर गुरुवार की दोपहर में नहाते समय दो युवकों की गंगा में डूबकर मौत हो गई। आस-पास घाट पर मौजूद लोगों के शोर मचाने पर मछुआरे और गोताखोर घटना स्थल पर पहुंच गए और शव की तलाश में जुट गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बताया जाता है कि वाराणसी जनपद के फुलवरिया गांव निवासी आदर्श उर्फ पिंकू (19) ने औड़िहार में नया मकान खरीदा था। उसके रंग-रोगन के लिए घोघवा गांव निवासी दीपक (22) को भी बुला लिया था। दीपक के साथ उसके चचेरे भाई गोलू व प्रिंस भी पेंट करने के लिए आए थे।

सुबह मकान की पेंटिंग का काम पूरा करने के बाद आदर्श उर्फ पिंकू, दीपक और गोलू नहाने के लिए वाराहरूप घाट पहुंचे। इसके बाद तीनों नहाने लगे। नहाते समय गोलू गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसे डूबता देख आदर्श और दीपक ने बचाने का प्रयास किया, गोलू तो बच गया। जबकि आदर्श और दीपक डूब गए। आवाज सुनकर मछुआरों ने कड़ी मशक्कत के बाद जब तक दोनों को पानी से बाहर निकाला। दोनों युवकों की मौत हो चुकी थी।

इधर घटना की जानकारी होते ही परिवार के लोग भी रोते- बिलखते घाट पर पहुंच गए। परिजन उन्हें मृत नहीं मान रहे थे और उपचार की जिद पर अड़ गए। लोग दोनों युवकों को सीएचसी सैदपुर लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने दोनों युवकों में मृत घोषित कर दिया। परिवार के लोग धाड़े मारकर रोने लगे।

कोतवाल महेंद्र सिंह ने बताया कि परिजन शव लेकर घर चले गए थे। परिवार के लोगों से बातकर शव थाने पर लाने के लिए कहा गया है। आवश्यक कागजी कार्रवाई के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जाएगा।
पिकअप के धक्के से घायल बाइक सवार वृद्ध की मौत
मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के यूसुफपुर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे फाटक पर करीब 12 दिन पूर्व पिकअप के धक्के से घायल बाइक सवार वृद्ध की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

भांवरकोल थाना क्षेत्र के चंदनी गांव निवासी अजय कुमार विश्वकर्मा (59) मुहम्मदाबाद के जकरौली मोड़ स्थित एक निजी स्कूल में शिक्षक थे। बीते 10 मई को स्कूल की छुट्टी होने के बाद जैसे ही यूसुफपुर रेलवे फाटक के पास पहुंचे। सामने से आ रही पिकअप ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दिया।

हादसे में अजय कुमार विश्वकर्मा के पैर की हड्डी टूट गई और उन्हें गंभीर चोट भी आई। आस-पास के लोगों ने उन्हें उपचार के लिए मुहम्मदाबाद सीएचसी में भर्ती करवाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद गाजीपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सकों ने उन्हें बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया।

बीएचयू ट्रामा सेंटर में बेड खाली न होने की दशा में उन्हें वाराणसी के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां उनका इलाज चल रहा था। उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें छोड़ दिया। परिजन उन्हें घर लेकर आए गए। बीते 22 मई की दोपहर उनकी तबीयत खराब होने पर परिवार के लोग उपचार के लिए वाराणसी ले जा रहे थे कि रास्ते में ही मौत हो गई।

परिजन शव लेकर कोतवाली पहुंचे। कागजी कार्रवाई के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इस संबंध में कोतवाल पवन उपाध्याय ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए शव भेज दिया गया है। पिकअप को चिन्हित करने के साथ चालक की तलाश की जा रही है।

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