भीलवाड़ा, पेसवानी
उच्च रक्तचाप जैसी घातक स्वास्थ्य समस्या से बचाव के लिए रविवार को भीलवाड़ा में एक जनजागरूकता साइकिल रैली का आयोजन किया गया। यह रैली साइकिल क्लब भीलवाड़ा और चिकित्सा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई, जिसमें शहर के सैकड़ों नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
रैली को स्थाई लोक अदालत के न्यायिक सदस्य गोवर्धन सिंह कावड़िया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “यदि हम फास्ट फूड की आदत छोड़ दें, संतुलित आहार लें और नियमित व्यायाम को जीवन का हिस्सा बना लें, तो हाइपरटेंशन से बचा जा सकता है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में यह बेहद जरूरी हो गया है कि हम अपनी दिनचर्या को संयमित रखें।”
साइकिल क्लब प्रभारी अरुण संतोष मुछाल ने जानकारी दी कि यह रैली क्लब सहसंयोजक बाबूलाल जाजू और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चेतनपुरी गोस्वामी के नेतृत्व में आयोजित की गई। रैली स्टेशन चौराहे से प्रारंभ होकर शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई सूचना केंद्र पर समाप्त हुई। पूरे मार्ग में प्रतिभागियों ने “स्वस्थ आहार को अपनाओ, हाइपरटेंशन को दूर भगाओ” जैसे नारों से वातावरण को जागरूकता से भर दिया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोस्वामी और पर्यावरणविद् बाबूलाल जाजू ने रैली के शुभारंभ अवसर पर लोगों को उच्च रक्तचाप के कारण, लक्षण और बचाव के उपायों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हाइपरटेंशन को ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है, जो बिना किसी लक्षण के शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिये जागरूकता और समय पर जांच बेहद आवश्यक है।
वरिष्ठ नागरिक मंच के अध्यक्ष मदन खटोड़ ने भी रैली में भाग लिया और विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों से आग्रह किया कि वे अपने खानपान और जीवनशैली में आवश्यक परिवर्तन करें। उन्होंने कहा कि बढ़ती उम्र में उच्च रक्तचाप का खतरा अधिक रहता है, जिससे हृदयाघात और लकवे जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
रैली के दौरान प्राकृतिक कुल्हड़ ग्रुप के भूपेंद्र मोगरा ने पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान दिलाते हुए रैली में मौजूद प्रतिभागियों को स्टील के गिलास वितरित किए और डिस्पोजेबल प्लास्टिक से बचने का संदेश दिया।
रैली में न केवल साइकिल क्लब के सदस्य बल्कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के कई अधिकारी, कर्मचारियों तथा शहर के गणमान्य नागरिकों ने उत्साह से भाग लिया। उपस्थित प्रमुख जनों में अरुण संतोष मुछाल, पूर्व पार्षद सुरेश बंब, जिनेंद्र चौधरी, हस्तीमल भलावत, शुभम माहेश्वरी, सत्यनारायण राठी, गौरव नागपाल, प्रतीक ईनाणी, लाभंकुर सोनी, लीलाराम आडवाणी, गिरिराज प्रजापत, सतीश अग्रवाल, कृष्ण गोपाल जागेटिया, सुरेंद्र छीपा, मंजू छीपा, राजकुमार अजमेरा, रामचंद्र मूंदड़ा, सोम शर्मा, दिनेश भट्ट, धर्मेंद्र खटोड़, केशव कुमार मुंधड़ा, संजीवनी विजय, नव्या सेन, राघव सेन, काव्या सेन, दिशिका सेवरिया आदि शामिल रहे।