अघोषित बिजली कटौती से जन जीवन अस्त-व्यस्त
बच्चों की पढ़ाई,व्यवसाय व पेयजल आपूर्ति हो रही प्रभावित
बानसूर। स्मार्ट हलचल/उमस भरी गर्मी में लगातार हो रही बिजली कटौती ने लोगों का जीवन दूभर कर दिया है। इस अघोषित बिजली कटौती से भीषण गर्मी में छोटे बच्चों,महिलाओं औंर बुजुर्गों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उपखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में दिन और रात में करीब 7 से 8 घण्टें की बिजली कटौती की जा रही है। जिससे ग्रामीणों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि दिन व रात में करीब 8 घंटे की बिजली कटौती की जा रही हैं। जिसके चलते विशेषत: रात में छोटे बच्चों व बुजुर्गों का हाल बेहाल हों जाता है। जबकि विभाग के कर्मचारियों का फोन बंद रहता है औंर अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं। परेशानी किसको बताए और कोई सुनने वाला ही नहीं हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अघोषित बिजली कटौती की अधिकारियों से कई बार शिकायत की हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हैं। बिजली कटौती इतनी हो रही है कि आमजन सह नहीं पा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र होने से दिन में मजदूरी करने वाले और रात में खेतों में काम करने वाले लोग रात में बिजली के इंतजार में बैठे रहते है। बुजुर्गों और बीमार लोगों का इस उमस भरी गर्मी से हाल बेहाल है।अघोषित बिजली कटौती से एक और जहां बच्चों,महिलाओं व बुजुर्गों को काफी परेशानियों का सामना उठाना पड़ रहा है तो वहीं दूसरी और बच्चों की पढ़ाई,व्यवसाय व पेयजल आपूर्ति भी इससे प्रभावित हों रहीं हैं। लेकिन जिम्मेदार मानों जैसे इससे बेखर आंख मूंदे बैठे हो। आपकों बता दें स्थानीय विधायक देवीसिंह शेखावत ने मंगलवार को प्रदेश के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर को पत्र लिखकर बानसूर विधानसभा क्षेत्र में पिछले तीन महीने से चल रही बिजली कटौती की समस्या को दूर करने की मांग करी थी बावजूद इसके समस्या जस की तस बनी है। तों वहीं एईएन प्रशांत शर्मा ने बताया कि इस समय लोड बढ़ने से समस्या आ रही है। जल्द ही बिजली कटौती की समस्या को दूर किया जाएगा।