अंडर ब्रिज में जल भराव की समस्या से परेशान तीन वार्डों के वाशिंदों ने पानी में उतर कर किया जल सत्याग्रह, तीन दिन का दिया अल्टीमेटम
पुनीत चपलोत
भीलवाड़ा, स्मार्ट हलचल। भीलवाड़ा में बायोस्कोप के सामने अंडर ब्रिज में जल भराव की समस्या से परेशान होकर मंगलवार को पटरी पार के 66,68,69 वार्डो के लोगों ने बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों के साथ जल सत्याग्रह किया। इस दौरान वार्ड वासी अंडर ब्रिज के भरे हुए पानी में घुटनों घुटनों तक उतरे ओर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया ।
लोगों का कहना है कि अगर इतने पर भी प्रशासन ने उनकी समस्या का समाधान नहीं किया तो वे तीन दिन बाद उग्र आंदोलन करेंगे।
मामला भीलवाड़ा की मारुति कॉलोनी ओर उसके उसके आस पास की कालोनियों का है, इन कालोनियों को भीलवाड़ा शहर से जोड़ने के लिए एक बायोस्कोप के सामने एक अंडर ब्रिज है और इस अंडर ब्रिज के बारिश के बाद बुरे हालात है। इसमें 8 से 10 फीट पानी भरा हुआ है लोगों को पटरी पार से शहर की ओर आने के लिए रेलवे ट्रैक को क्रॉस करना पड़ रहा है। लोगों को आने जाने में होने वाली समस्या से परेशान होकर क्षेत्रवासियों ने स्थानीय पार्षद के साथ मिलकर आज जल सत्याग्रह किया।इस दौरान वार्ड में रहने वाले बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं अपने बच्चों के साथ पानी में दो-दो फीट तक खड़े हुए और उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों को कहना है कि यह पहली बार की समस्या नहीं है, जब भी कभी भीलवाड़ा में थोड़ी भी बारिश होती है उस के बाद अंडर ब्रिज पानी से फूल हो जाते हैं। हमें निकलने में समस्या होती है,स्कूल जाने वाले बच्चों को,कामकाज पर जाने वाले व्यक्तियों को और घरेलू कामकाज के लिए महिलाओं को आने-जाने में समस्या का सामना करना पड़ता है। इसी मजबूरी के चलते हमें रेलवे ट्रैक को भी क्रॉस करना पड़ता है। इस ट्रैक पर ट्रेन का आना-जाना लगा रहता है जिससे कई बार हादसे होने की भी संभावना रहती है।लोगों का कहना है कि कई बार उन्होंने इसकी नगर निगम और प्रशासन को शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई।
कई बार करी शिकायत, लेकिन सुनवाई नहीं
स्थानीय पार्षद राधेश्याम भडाणा का कहना है कि हमें ऐसा लगता है कि हम राजस्थान के बॉर्डर एरिया पर रह रहे हैं, जहां कोई जहां सुविधाओं का अभाव है ओर कोई सुनने वाला नहीं। में खुद नगर निगम में पार्षद हूं और मैंने इसकी शिकायत महापौर और विधायक से भी की। उन्होंने यहां का मौका भी देखा, लेकिन समस्या अभी भी वैसी की वैसी बनी हुई है। अगर 3 दिन में समस्या का समाधान नहीं किया गया तो बड़ी संख्या में वार्ड वासी मिलकर सड़कों पर उतरेंगे और उग्र आंदोलन करेंगे।
पटरी पार कर जान जोखिम में डालनी पड़ती है यहां रहने वाले लोगों ने बताया कि थोड़ी सी बारिश के बाद पानी भर जाता है, इससे निकलने में असुविधा होती है शुभकार्य हो अथवा कोई गमी इस रास्ते से निकालने में समस्या का सामना करना पड़ता है। छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए रेलवे ट्रैक क्रॉस करना पड़ता है, हमेशा हादसे का डर लगा रहता है।
रेलवे ट्रैक क्रॉस करने एक व्यक्ति ने बताया कि उसे पास में ही कुछ काम था इसलिए वो पटरी की दूसरी साइड अपनी गाड़ी खड़ी करके रेलवे ट्रैक क्रॉस कर के लिए निकला है। हादसा होने की संभावना है लेकिन दूसरी ओर जाना मजबूरी भी है। इस दौरान करीब 2 घंटे तक बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। बाद में निगम महापौर और आयुक्त के आश्वासन के बाद लोगों ने तीन दिन की चेतावनी देते हुए प्रदर्शन समाप्त किया।