मेवाड़ चैम्बर एवं राजस्थान टेक्सटाइल मिल्स एसोसियेशन की ओर से रीको ग्रोथ सेन्टर में सम्पर्क वार्ता आयोजित
(पंकज पोरवाल)
भीलवाड़ा।स्मार्ट हलचल|भीलवाडा के टेक्सटाइल उद्योग को रेडीमेड गारमेंट निर्माण एवं निर्यात तथा टेक्नीकल टेक्सटाइल के क्षेत्र में आगे बढना चाहिए। यहां के स्पिनिंग उद्योग ने नवीन टेक्नोलॉजी का उपयोग कर भीलवाडा को निर्यात क्षेत्र में आगे बढ़ाया है। उसी तरह रेडीमेड गारमेन्ट में भी वर्ल्ड क्लास टेक्नोलॉजी के उपयोग से भीलवाडा बांग्लादेश को पीछे छोड सकता है। भीलवाडा के लिए हम केन्द्र स्तर पर गम्भीरता से विचार करते हुए ऐसी योजनाएं बना रहे है, जिससे यह क्षेत्र देश भर में टेक्सटाइल उद्योग शीर्ष पर पहंुचेगा। यह बात केन्द्रीय वस्त्रमंत्री गिरिराज सिंह ने मेवाड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री एवं राजस्थान टेक्सटाइल मिल्स एसोसियेशन की ओर से रीको ग्रोथ सेन्टर में आयोजित सम्पर्क वार्ता को सम्बोधित करते हुए कही। भीलवाडा सांसद, विधायक अशोक कोठारी विशिष्ठ अतिथि के रुप में उपस्थित थे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2047 तक विकसित भारत के विजन में टेक्सटाइल उद्योग बड़ा योगदान कर सकता है। उन्होंने कहा कि पोलिस्टर एवं कॉटन दोनों तरह के क्षेत्र में रिसाइकल करके पुनः फाइबर बनाकर उपयोग करने से पर्यावरण संरक्षण में भी टेक्सटाइल उद्योग बड़ा योगदान कर सकता है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि भीलवाडा में उद्यमियों ने रिसाइकल प्लान्ट लगा रखे है। सामान्य कॉटन या पीवी फाइबर से आगे बढ़कर नये तरह के फाइबर के उपयोग से वैल्यू एडीशन एवं निर्यात में भी उन्नति होगी। यह अच्छा है कि भीलवाडा की कुछ स्पिनिंग इकाईयां तरह-तरह के नये एवं वनस्पति फाइबर के उपयोग से यार्न बना रहे है, इस तरह के फाइबर को नैनो टेक्नोलॉजी के प्रयोग से ट्रीट कर कई तरह के टेक्नीकल टेक्सटाइल भी बनाये जा सकते है। टेक्सटाइल का भविष्य रेडीमेड एवं टेक्नीकल टेक्सटाइल में ही है। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मेवाड़ चैम्बर के अध्यक्ष डीपी मंगल, राजस्थान टेक्सटाइल मिल्स एसोसियेशन के चेयरमैन डॉ एसएन मोदानी, मानद महासचिव आरके जैन ने पुष्पगुच्छ से मंत्री का स्वागत किया। उन्होंने टेक्सटाइल उद्योग के विभिन्न पहलुओं पर एक प्रतिवेदन भी समर्पित किया। आपसी सम्पर्क वार्ता में चैम्बर के पूर्वाध्यक्ष दिनेश नौलखा, जेसी लढ्ढा, डॉ पीएम बेसवाल, उपाध्यक्ष योगेश लढ्ढा ने उद्योगों की विभिन्न कठिनाईयों पर वार्ता की। इस दौरान डॉ आरसी लोढा, जीसी जैन, तिलोक छाबडा, एसएल पानगड़िया, राजीव गुप्ता, एनके बहेडिया, साबिर मौहम्मद, सचिन राठी सहित अन्य कई वरिष्ठ उद्यमी उपस्थित थे।