राजेश जीनगर
भीलवाड़ा/शहर से सटा और युआईटी क्षेत्र के अधीन आने वाला गठीला खेड़ा उपेक्षा का शिकार होने से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। बारिश के दिनों में इस गांव की पांच किलोमीटर की सड़क पर गड्डे है या गड्डे में सड़क है, कुछ भी पता नहीं चल रहा है। जिसके चलते क्षेत्रवासी इन दिनों खस्ताहाल सड़क से परेशानी झेल रहे हैं। हाइवे रोड से पंचायत समिति तक सिर्फ पांच किलोमीटर की सड़क पर ना तो डामरीकरण है और ना सड़क का लेवल। इस बारे में जब सरपंच रेखा बलाई के पति से बात की गई तो उन्होंने बताया की युआईटी ने इस सड़क के लिए टेंडर भी लगाया था वर्क ऑर्डर भी निकाले थे। लेकिन ठेकेदार की लापरवाही से वह सब केन्सिल हो गए और यह सड़क नहीं बन पाई। अधरझूल में अटक रही सड़क के विषय में अब वापस युआईटी से बात करेंगे और समस्या का समाधान निकालने के प्रयास करेंगे। जबकी यहां के आसपास के क्षेत्रवासियों की मानें तो वह पिछले कई समय से इस परेशानी की मार झेल रहे हैं और खस्ताहाल सड़क से रोजाना आने जाने को मजबुर है। शहर में रोजमर्रा के कार्य को लेकर गांव के लोगों को शहर आने जाने के लिए इसी गड्डे वाली रोड और खस्ताहाल सड़क से गुजरना पड़ता है।