(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
वाराणसी।स्मार्ट हलचल|उत्तर प्रदेश के सबसे चर्चित कोडीनयुक्त कफ सिरप कांड में अब पुलिस की कार्रवाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। अवैध तस्करी के इस काले कारोबार के सरगना और 50 हजार के इनामी समेत चार आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी होते ही माफिया खेमे में खलबली मच गई है। कमिश्नरेट पुलिस और एसआईटी की टीमें एक-एक कड़ी जोड़ते हुए आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश में दिन-रात जुटी हैं।
सोमवार को जारी लुकआउट सर्कुलर में शुभम के साथ आकाश, दिवेश और अमित जायसवाल को भगोड़ा घोषित किया गया। एनडीपीएस एक्ट, वित्तीय धोखाधड़ी और संगठित अपराध से जुड़े इन मामलों ने पूरे प्रदेश में हलचल पैदा कर दी है। पुलिस को शक है कि आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए देश छोड़ने की फिराक में थे, इसी आशंका के चलते सख्त कदम उठाया गया।
रांची की फर्म शैली ट्रेडर्स के नाम पर कफ सिरप का अवैध खेल रचने वाला जायसवाल परिवार इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। आदमपुर थाना क्षेत्र के प्रहलाद घाट कायस्थ टोला का रहने वाला लंबे समय से फर्जी फर्मों और कागजी लेनदेन के सहारे तस्करी को अंजाम दे रहा था।
एसआईटी की जांच में सामने आया कि शुभम अकेला नहीं था। गोलघर मैदागिन का आकाश पाठक उसका सबसे भरोसेमंद साथी बनकर बैंकिंग और पैसों के पूरे लेनदेन को संभालता था। दिवेश जायसवाल और अमित जायसवाल का काम फर्जी फर्म खड़ी करना, बोगस दस्तावेज तैयार करना और ई-वे बिल के जरिए माल की आवाजाही को वैध दिखाना था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार नवयुवकों के नाम पर फर्म खुलवाकर उनके बैंक खाते और पंजीकरण अपने कब्जे में रखे जाते थे। बदले में युवकों को हर महीने मोटी रकम दी जाती थी, ताकि पूरा नेटवर्क बिना शोर- शराबे के चलता रहे।
डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल ने मीडिया को बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया गया है और ड्रग विभाग से भी अहम जानकारियां जुटाई जा रही हैं। एसआईटी अन्य संदिग्धों पर भी नजर बनाए हुए है।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि दिवेश, अमित और आकाश हर वक्त शुभम के साथ साए की तरह रहते थे और उसकी रणनीति के अनुसार काम करते थे।
इधर, विशेश्वरगंज के औसानगंज निवासी मेसर्स सिंडिकेट के प्रोपराइटर मनोज यादव और उसके बेटे लक्ष्य यादव समेत कई नाम एसआईटी के रडार पर हैं। इनके गोदाम से बरामद 60 लाख रुपये के कफ सिरप ने पूरे मामले को और गहरा बना दिया है। वहीं, रोहनिया के भदवर निवासी 25 हजार के इनामी महेश सिंह की तलाश भी तेज हो चुकी है। कुल मिलाकर कफ सिरप कांड में पुलिस की घेराबंदी ने तस्करों के लिए रास्ते बंद कर दिए हैं और आने वाले दिनों में इस संगठित गिरोह पर बड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है।


