क़ाछोला हजरत निजामुद्दीन निजामी के उर्स पर महफिले कव्वाली में पढ़े सूफियाना कलाम
क़ाछोला1अगस्त-स्मार्ट हलचल/कस्बे में हजरत निजामुद्दीन निजामी धौलाई वाले बाबा की दरगाह पर उर्स मुबारक मौके पर बेंगू से आये कव्वाल अनवर भाई ने हुजूर की शान में,मौला अली,व हुसैन की शान में,ख्वाजा की शान में, धौलाई वाले बाबा की शान में सूफियाना कलाम पेश किए और कौमी एकता को लेकर कव्वाली पेश की।वही जोधपुर के राजस्थानी भाषा के मशहूर कव्वाल फिरोज साबरी ने अपने बेहतरीन अंदाज में नाते रसूल हमको तो बस हुसैन के नाना पसंद है,मोला अली की,गोस पाक की गोसे पाक व धोलाई वाले बाबा के हम है दीवाने,उनकी महफ़िल सजाए हुए,दिल को काबा बनाये हुए है,ख्वाजा ख्वाजा बोल दीवाने,तुम बदलते हो किस्मत को इशारा करके, ये तो ख्वाजा का करम है,गरीब रहने दो पर करीब रहने दो या ख्वाजा गरीब नवाज,हक हुसैन मोला हुसैन,वो दुआ में हाथ उठाले मेरे पीर आ गए है,ये तेरा करम है या ख्वाजा,हक सैलानी या सैलानी,दूल्हा बना है ख्वाजा,मेरे पीर के चेहरे पे सरकार नजर आते है,मेरी जिंदगी बनाने मेरे पीर आ गए है ,हक निभाना मेरे हुसैन का है,बेखुद में लिए रहते है अंदाज है ये जा पाना, उस्मा की आंख का तारा हरिमा, सहित कौमी एकता कव्वाली में जायरीन झूम उठे। इससे पूर्व पेश इमाम मौलाना मोहम्मद शाह आलम ,सूफी अब्दुल मजीद बाबा,सूफी अहमद रजा,सूफी सलीम बाबा,हाफिज सिराजुद्दीन शाहपुरा ने चादर शरीफ पेश कर देश प्रदेश में अमन,चैन,खुशहाली,प्रगति,उन्नति,कामयाबी के साथ अच्छी सेहत,रहमत की बारिश,परेशानियों,बीमारियों से निजात को लेकर दुआ की।वही दूर दूर से आये जायरीनों ने अपने व अपने परिवार की कामयाबी,कर्ज,मर्ज से निजात की दुआ की। दरगाह व उर्स कमेटी सदर हाजी शरीफ मोहम्मद मंसूरी के सानिध्य में जायरीनों व अकीदतमंदों ने फूलों की चादर शरीफ पेश की ।कव्वाली प्रोग्राम में दौरान,आम मुस्लिम सदर उर्स कमेटी सदर हाजी शरीफ मोहम्मद मंसूरी, उर्स कमेटी सेकेट्री बाबू मेवाती,खजांची मोहम्मद यूनुस रँगरेज,कमालुद्दीन रँगरेज,हाजी रमजान अली बिसायती,मोहम्मद शाबिर रँगरेज,मैनेजर मोहम्मद अशफाक,मोहम्मद सद्दीक लजवान,अब्दुल सत्तार बिसायती,साजिद पठान,फिरोज बागवान,पीर मोहम्मद मंसुरी,मुबारिक हुसैन मंसूरी,अब्दुल सत्तार बागवान,बाबू शाह,गफ्फार कुरेशी,इमरान बागवान,सद्दीक मोहम्मद रँगरेज,मुबारिक रँगरेज,शाहरुख मंसूरी,असलम रँगरेज,फिरोज मेवाती,सादाब रँगरेज,बंटीआसिफ मंसूरी,मोहम्मद साहिल रँगरेज,सरफ़ू साह सहित आदि मौजूद थे।