वेंस परिवार ने मंदिर की शानदार कला और वास्तुकला का आनंद लिया और भारत की विरासत व सांस्कृतिक गहराई से अनुभव किया। उन्होंने अक्षरधाम परिसर में अंकित सद्भाव, पारिवारिक मूल्यों और शाश्वत ज्ञान के संदेशों की सराहना की।
अतिथि पुस्तिका में अपना अनुभव साझा करते हुए, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने लिखा, ‘इस खूबसूरत जगह पर मेरा और मेरे परिवार का स्वागत करने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। यह भारत के नाम बड़ा श्रेय है कि आपने सटीकता और देखभाल के साथ एक सुंदर मंदिर बनाया। हमारे बच्चों को, विशेष रूप से यह बहुत पसंद आया।”
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जयपुर और आगरा भी जाएंगे। उनके साथ पेंटागन और विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी चार दिवसीय यात्रा पर आए हैं।
उपराष्ट्रपति वेंस की आधिकारिक यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच अहम व्यापार समझौतों को लेकर बातचीत हो सकती है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे। यह दोनों नेताओं की दूसरी द्विपक्षीय बैठक होगी। पहली मुलाकात फरवरी में पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी। वहां से प्रधानमंत्री व्हाइट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक के लिए वाशिंगटन डीसी चले गए थे।
वेंस इस कार्यकाल में भारत आने वाले ट्रंप प्रशासन के दूसरे वरिष्ठ अधिकारी हैं। पहली बार राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड भारत आई थीं, जिन्होंने मार्च में दौरा किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री और अन्य अधिकारियों से मिलने के अलावा रायसीना डायलॉग को भी संबोधित किया था। रायसीना डायलॉग राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के नेताओं और दुनिया भर के विशेषज्ञों की एक वार्षिक सरकार समर्थित बैठक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार शाम को 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आधिकारिक आवास पर उपराष्ट्रपति वेंस की मेजबानी करेंगे। इस बैठक में भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर चर्चा के साथ-साथ दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक संबंधों को गहराने के तरीकों पर विचार किया जाएगा। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी उपस्थित रहेंगे।
वेंस 13 वर्षों में भारत की यात्रा करने वाले पहले अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं। इससे पहले 2013 फरवरी में तत्कालीन उपराष्ट्रपति और बाद में राष्ट्रपति बने जो बाइडेन भारत आए थे।