पोटलां । कस्बे में श्रावण मास के अवसर पर सविता ग्रामीणों की ओर से पार्क में स्थित गायत्री यज्ञ शाला परिसर में सामूहिक पार्थिव शिवलिंग पूजन और अभिषेक का विशेष अनुष्ठान हुआ। इसमें सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए। सभी ने श्रद्धा और उत्साह से भाग लेकर धर्मलाभ लिया। पोटलां गायत्री शक्तिपीठ संस्थान की सदस्या सीता देवी पारिक ने बताया की कार्यक्रम की शुरुआत आचार्य पंडित देवदास जी के सान्निध्य में प्रथम पूज्य की वंदना और पूजन से हुई श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों से लाई गई मिट्टी से अपने-अपने पार्थिव शिवलिंग बनाए। इसके बाद पूजन विधि शुरू हुई। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आचार्यों एवं गायत्री परिवार के सदस्यों और सहयोगी व्यक्तियों ने पूजन कराया। श्रद्धालुओं ने दुग्ध, शर्करा, पंचामृत, इक्षु रस, गुलाल, अबीर, चंदन, कुमकुम, दूब डाभ, पुष्प और ऋतुफल से भगवान शिव का अभिषेक किया। पूजा के दौरान वैदिक ऋचाओं की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो गया। इसके बाद कीर्तन हुआ। शिव उपासना से जुड़े मंत्रजाप और महामृत्युंजय मंत्र एवं भजनों की प्रस्तुतियों से श्रद्धालु भक्ति में लीन हो गए। अंत में सामूहिक आरती और प्रसाद वितरण हुआ। सभी पार्थिव शिवलिंग का विधिवत विसर्जन किया गया। भगवती लाल भाटिया ने श्रावण मास में शिव भक्ति की महिमा बताई। श्रद्धालुओं से शिव आराधना में समर्पित होने का आह्वान किया यह अनुष्ठान राष्ट्र में सुख, शांति, समृद्धि और जनकल्याण की कामना से किया गया। गिरिराज शर्मा ने सावन माह में किए जाने वाले पार्थिव शिवलिंग के पुजा पाठ अनुष्ठान पृष्ठभूमि सहित सांस्कृतिक गतिविधियों की जानकारी दी। शिव साधना से ही भक्ति मार्ग में आगे बढ़ा जा सकता है। श्रावण मास इसके लिए उत्तम समय है। इस दौरान जमनेश पारिक, कैसुलाल रैगर, विनय लक्षकार, रोहित भाटिया का विशेष योगदान रहा एवं सीमा देवी लौहार, कोशल्या देवी, प्रेम देवी , माधुरी, मंजु देवी, पिंकी देवी, आशा जाट, वैशाली, रानी, टीना सहित अनेक महिलाएं उपस्थित थीं ।