वैर प्रताप नहर गंदगी का आलम खाई में गाय फंसी अध्यक्ष द्वारा हेल्पलाइन 1962 से संपर्क कर जान बची,Vair Pratap canal is in a dirty state
शशिकांत शर्मा
स्मार्ट हलचल।वैर कस्बा वैर के प्रताप नहर में पेड़ पौधे खाई आधी गंदगी उसे नहर में पनप रही है जिसमें इतनी गंदगी भरी हुई है कि उसके अंदर कोई भी पशु जानवर प्रवेश करता है तो वह जमीन के अंदर ही खाई में धश जाता है।उसको निकालने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है ऐसा ही कल प्रताप नहर के अंदर एक गाय फस गई। गाय -नहर के अंदर बुरी तरह खाई के अंदर गंभीर हालत में थी दमकल अध्यक्ष सचिन सैनी एवं योगेश सैनी नहर के पीछे से गुजर रहे थे। तो उन्होंने देखा कि एक गाय बड़ी बुरी तरह नहर के अंदर फांसी हुई है बड़ी मेहनत से कुछ आसपास के मित्रों को मैंने बुलाया और गाय को बड़े सही तरीके से बड़ी मुश्किल से उसे बाहर निकाला मैंने दमकल हेल्पलाइन नंबर फोन किया जो इस समय यहां हेल्पलाइन नंबर पर 1962 फोन करके टीम आई हुई है और डॉक्टरों द्वारा गाय का उपचार किया गया तब जाकर के गाय की जान बची जनता के सहयोग से उसे बड़ी मेहनत करने के बाद बाहर निकल गया। सचिन सैनी ने बताया कि गाय हमारी माता है गए हमें दूध देती है इसलिए गाय को हमें दुख नहीं देना चाहिए उसे ऐसे स्थान पर नहीं छोड़ना चाहिए जो हमें दुखदाई हो गाय एक गौ माता है।प्रताप दुर्ग नहर पर किसी प्रशासन अधिकारी का ध्यान नहीं है ना ही किसी प्रकार का कोई कार्य किया गया है सब कागजों में सिमटी रखी हुई है । पुरातत्व विभाग का भी कोई ध्यान नहीं है।