बिजोलिया ( विजयवर्गीय ) : नगर निवासी 3 युवा विदेश से MBBS डिग्री हासिल कर भारत में होने वाली FMGE परीक्षा पास कर चिकित्सक बने है । चीन के जिलिन मेडिकल कॉलेज से MBBS डिग्री हासिल कर उपखण्ड क्षेत्र के कांस्या में कार्यरत सीनियर नर्सिंग ऑफिसर कमलेश कुमार पांडे के पुत्र अनुज पांडे ने ये परीक्षा पास की है । साउथ कज़ाक़िस्तान से MBBS पास करने वाली नगर निवासी शंभु लाल शर्मा की पुत्री निकिता शर्मा एवं सेनियागं मेडिकल कॉलेज चीन से एमबीबीएस पास करके आई सैंड स्टोन व्यवसायी शिवराज सोयल की पुत्री रवीना सोयल ने भी पहले प्रयास में FMGE परीक्षा पास की है । तीनों की सफलता पर क्षेत्र में खुशी का माहौल है ।
20 फीसदी छात्र ही पास कर पाते है परीक्षा :
गौरतलब है कि भारत में विदेश के विश्वविद्यालयों से मेडिकल की डिग्री लेने वाले छात्रो को फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम (एफएमजीई) पास करना ज़रूरी है । नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन के आंकड़ों के मुताबिक औसतन करीब 20 फीसदी छात्र ही यह परीक्षा पास कर पाते हैं ।विदेशों से मेडिकल डिग्री हासिल करने वाले लोगों को भारत में प्रैक्टिस करने के लिए यह परीक्षा पास करना ज़रूरी है. यह परीक्षा एनबीई लेता है ।