राजेश जीनगर
भीलवाड़ा/प्रथम पुज्य विघ्नहर्ता भगवान गणेश के मंदिरों में “गणपति बप्पा मोरया मंगल मुर्ति मोरया” जैसे जयकारों से गूंज उठे। गणेश चतुर्थी के साथ ही बुधवार का दिन होने से भक्तों में अलग ही उत्साह नजर आया। जिले सहित शहर में भी गणेश चतुर्थी का पावन पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ शुरू हुआ। मंदिरों और पंडालों में सुबह से ही भक्तों की रेलमपेल देखी गई। मंदिर के बाहर लंबी-लंबी कतारों में खड़े भक्त भगवान गणपति को मोदक, लड्डू और फूलों की माला को हाथों में लिए अपनी बारी आने और अपने आराध्य देव के दर्शनों को लालायित देखा गया। जिससे हर तरफ भक्तिमय माहौल है। शहर के गांधीनगर स्थित गणेश मंदिर, रोडवेज बस स्टैंड के पास स्थित गणेश मंदिर व नेहरू रोड स्थित रोकड़िया गणेश मंदिर में विशेष रूप से श्रद्धालुओं का सैलाब देखने को मिला। इस दौरान भक्तो ने विघ्नहर्ता से अपने और अपने परिवार की सुख-समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना की । मंदिरों में भगवान गणेश के जयकारे गूंजे, जिससे वातावरण पूरी तरह से भक्ति में डूब गया। रोकड़िया गणेश मंदिर में सुबह हवन और महाआरती के बाद भगवान को छप्पन भेग लगाया गया। बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया। उधर शहर के गली-मोहल्लों और चौराहों पर भव्य पंडाल सजाए गए हैं। इन पंडालों में ढोल-नगाड़ों की थाप पर भगवान गणपति की विशाल और सुंदर प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। सुबह और शाम की आरती के बाद भक्तों के बीच बड़े पैमाने पर प्रसाद का वितरण किया जाएगा। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए, पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था ना हो और लोग शांतिपूर्वक दर्शन कर सकें। शाम होते ही इन पंडालों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम शुरू हुई। कई जगहों पर डांडिया रास और भजन संध्या का भी आयोजन रहेगा, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होकर पर्व की खुशी मनाएंगे। यह पर्व अगले दस दिनों तक इसी उत्साह के साथ मनाया जाएगा, इस महापर्व का समापन अनन्त चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के साथ होगा।
गांधीनगर स्थित गणेश मंदिर में मेले का आयोजन ….
गांधीनगर स्थित गणेश मंदिर के पास एक दिवसीय मेले का भी आयोजन किया गया । मंदिर में दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओ ने मेले का भी भरपूर आनंद लिया । मेले में रंग-बिरंगे झूले, चकरी और खाने-पीने की कई दुकानें लगी । बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी इन गतिविधियों में शामिल हुए । भक्तों और मेला घूमने आए लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन मुस्तैद नजर आया तो मंदिर प्रशासन भी भक्तों को जेबकतरों से सावधान व अपने स्वर्ण आभूषण सुरक्षित रखने जैसी अपील करता रहा।
एक तरफ स्वागत सत्कार तो दूसरी और आस्था का अनादर
गणेश चतुर्थी को लेकर जहां एक ओर मंदिरों और पांडालों में प्रथम पुज्य का उत्साह के साथ स्वागत सत्कार किया गया तो वहीं दूसरी ओर कोटा बाईपास रोड पर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में एक गणेश प्रतिमा का अनादर देखने को मिला। जो की इस रोड से गुजरने वालों के बीच चर्चा का विषय बना रहा। हर वर्ष महोत्सव को लेकर प्रतिमा बेचने वालों के पास शेष रही प्रतिमाओं का इसी तरह अनादर होता है, जिसको लेकर कोई हिन्दू संगठन गंभीर नहीं।


