फूलिया कलां:- कस्बे के गढ़ में स्थित विलायत अली शाह की दरगाह पर 2 दिवसीय उर्स का आयोजन हुआ। दरगाह कमेटी के सदर हकीम मोहम्मद नीलगर ने बताया कि 15 अप्रैल मंगलवार को दोपहर चादर के जुलूस के साथ उर्स की शुरुआत हुई जिसमें मंगलवार की रात महफिलें शमा में हिन्दुस्तान के मशहूर कव्वाल इरफान तुफैल, फैजान वारसी जोधपुर, शहजाद नवाब चिश्ती मंदसौर ने कौमी एकता के कलाम पेश किए। “दिल दिया है जान भी देंगे ए वतन तेरे लिए” जैसे देशभक्ति कलाम पेश कर कव्वालों ने महफिल में जोश भर दिया। बुधवार दोपहर 3 बजे कुल की रस्म के साथ उर्स का समापन किया गया। इस्लामिया अंजुमन कमेटी के पूर्व सदर नूर मोहम्मद खान कायमखानी ने मंच संचालन कर शिक्षा के प्रति युवाओं को प्रेरित कर अपने विचार साझे किए और कहां की शिक्षित वर्ग से ही समाज का विकास संभव है युवा अपने हौसले और शिक्षा जज्बे से समाज में फैली विसंगतियां असमानता अशिक्षा अपराध आदि बुराइयों को जड़ से खत्म कर समाज और देश को नई उड़ान दे सकते हैं तालीम बहुत जरूरी है । इस अवसर पर दरगाह कमेटी सदर हकीम मोहम्मद नीलगर शकूर मोहम्मद मंसूरी साबुद्दीन उस्ता एवं युवा प्रेरक अमजद खान मंसूरी कमेटी के समस्त मेंबर मौजूद रहे ।