करोड़पति एवं भारी जमीन जायदाद का मालिक बताया घूसखोर ग्राम विकास अधिकारी कन्हैया लाल, आय से अधिक संपत्ति का भी बन सकता है मामला
बूंदी- स्मार्ट हलचल|भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो इकाई बूंदी ने बुधवार को ग्राम पंचायत गुढा देवजी, तहसील नैनवां के ग्राम विकास अधिकारी कन्हैया लाल को रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। आरोपी कन्हैयालाल, परिवादी से उसके पिता जगदीश प्रसाद नागर के नाम जारी पट्टे का पंजीकरण करवाने की एवज में 6 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। एसीबी मुख्यालय को शिकायत मिली थी कि ग्राम विकास अधिकारी कन्हैयालाल, परिवादी को लंबे समय से परेशान कर रहा है और बिना रिश्वत दिए काम निपटाने से इंकार कर रहा है। इस शिकायत पर एसीबी कोटा रेंज के
उप महानिरीक्षक आनंद शर्मा के सुपरविजन और बूंदी एसीबी टीम की योजना के तहत जाल बिछाया गया। जानकारी करने पर सामने आया कि पकड़ा गया ग्राम विकास अधिकारी बांसी गांव का निवासी है। जिसके कोई संतान नहीं है ऐसे में भाई के बेटे को रिश्वतखोर अधिकारी ने गोद लिया हुआ है। घूसखोर ग्राम विकास अधिकारी करोड़पति एवं भारी जमीन जायदाद का मालिक बताया जा रहा है। जबकि बांसी के ग्रामीणों की माने
तो इस ग्राम विकास अधिकारी के कोई ज्यादा पुश्तैनी जमीन जायदाद नहीं है। ग्राम विकास अधिकारी रहते ही भारी जमीन जायदाद का साम्राज्य खड़ा किया गया है। एसीबी द्वारा गहनता से जांच की जाए तो इस रिश्वतखोर अधिकारी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी बन सकता है।
रंगे हाथ पकड़ा गया आरोपी-
बूंदी एसीबी चौकी की टीम, जिसमें उप पुलिस अधीक्षक हरीश भारती के नेतृत्व में ज्ञानचंद उप अधीक्षक, इस्माईल अंसारी एएसआई, देवेंद्र सिंह हेड कांस्टेबल, विक्रम सिंह हाड़ा कांस्टेबल और मनोज कुमार कांस्टेबल ने बुधवार को ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया। जैसे ही आरोपी ने परिवादी लोकेश कुमार नागर से रिश्वत की राशि स्वीकार की, टीम ने मौके पर ही दबोच लिया। बरामद राशि आरोपी की पैंट की जेब से जब्त की गई। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार करने के बाद उससे पूछताछ की जा रही है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।


