कैलाश चौहान
जोधपुर/स्मार्ट हलचल|ग्राम पंचायत सांगरिया के राजस्व गांव वीर तेजाजी नगर को नगर निगम में शामिल किए जाने के विरोध में ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सांगरिया बाईपास पर ग्रामीणों ने टायर जलाकर जोरदार प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें बिना सूचना दिए, रातों-रात निगम में शामिल कर दिया गया है। उन्होंने इसे एक राजनीतिक षड्यंत्र बताया और कहा कि इससे ग्रामीणों में भारी असंतोष है। ग्रामीणों ने बताया कि सांगरिया गांव को इस तरह तोड़ा गया है कि एक ही परिवार के सदस्य अलग-अलग प्रशासनिक क्षेत्रों में आ गए हैं — किसी का घर नगर निगम में तो किसी का ग्राम पंचायत में है।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगें:
या तो पूरे सांगरिया गांव को नगर निगम में शामिल किया जाए,
या फिर वीर तेजाजी नगर को पुनः ग्राम पंचायत में जोड़ा जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि वीर तेजाजी नगर को निगम में शामिल करने के बावजूद उसका स्वतंत्र वार्ड नहीं बनाया गया है, और उसे वार्ड संख्या 10 में जोड़ दिया गया है, जो कि वहां से लगभग 10 किलोमीटर दूर है। यह पूर्ण रूप से अन्यायपूर्ण है और इसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया, तो आगामी दिनों में वे बड़ा जन आंदोलन खड़ा करेंगे और कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेंगे। इस दौरान हेमाराम सऊ ,पांचाराम कलवानिया वार्ड पंच,बजरंग लाल जांगिड़,ईश्वर सिंह राठौड़, डूंगर राम भाट,किशोर प्रजापत, भूरा राम फडौदा,गणपत लाठड,रमेश नैन, राजू बर्रा,गणेश तांडी, पारस गहलोत,धर्मा राम गुर्जर, राजेश शर्मा,गंगाराम चोटिया,जितेंद्र बेनीवाल वार्ड पंच,दीपाराम लाठड,भोमाराम फडौदा,प्रकाश तांडी,रणजीत गहलोत आदि ग्रामीण जन उपस्थित रहे।