खेतों में जाने से कतरा रहे किसान।
महेंद्र कुमार सैनी
नगरफोर्ट। स्मार्ट हलचल/कस्बे में गुरुवार की रात जंगली जानवर जरख देखे जाने के बाद ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। जंगली जानवर ने गत मध्य रात्रि को एक सूअर का शिकर कर दिया वहीं शुक्रवार को दिन में बछड़े पर हमला कर घायल कर दिया है। सूचना के बाद भी वनपाल ने मीटिंग में अपनी व्यवस्था बताते हुए घटनास्थल दौरा नहीं किया। क्षेत्र में 25 दिसंबर से किसी ना किसी गांव में लगातार देखे जा रहे हैं जंगली जानवर जिससे क्षेत्र में भय व्याप्त है।
गुरुवार को रात्रि में 7 बजे के लगभग कस्बे के वार्ड नंबर 9 बड़ी स्कूल खेड़िया मोहल्ले के अंतिम छोर पर अपने मकान में निवास कर रहे राकेश पुत्र भंवरलाल बैरवा को पास ही के खेत में जाता हुआ जंगली जानवर दिखाई दिया। जिसकी उसने तुरंत पुलिस थाना नगरफोर्ट में सूचना दीं, सूचना के बाद पुलिस हेड कांस्टेबल नंदकिशोर मीणा पुलिस दल के साथ वहां मौके पर पहुंचें लेकिन रात अधिक हो जाने के कारण जंगली जानवर सरसों के खेतों में प्रवेश कर गया इसलिए कुछ पत्ता नहीं लगाया जा सका। पुलिस ने मौके पर से ही वन विभाग के वनपाल सूर्य देव सिंह को घटनाक्रम की जानकारी दी जिस पर वनपाल ने सुबह मौके पर आने के लिए कहा। इसके बाद कस्बे में पूरी रात भय व्याप्त हो गया, व्यापारियों ने अपनी दुकानें जल्दी बंद कर दी व लोगों ने घर के अंदर बंद रहना ही उचित समझा। सुबह, रात्रि में देखे गए जंगली जानवर से कुछ फासले पर मोहल्ले में रामदेव जी की मंदिर के आगे मरा हुआ सूअर मिला जिसकी गर्दन धड़ से अलग हो रखीं थी।शुक्रवार को दोपहर बाद गुरुवार को देखे गए जंगली जानवर से डेढ़ सौ मीटर दूरी पर स्थित खेत में मकान बनाकर रह रहे सोजी निंबड़ के खेत पर मकान के आगे बन्द रहे जानवरों में से छोटे बछड़े पर खेतों में छिपे जंगली जानवर ने हमला कर दिया, जिसे मौके पर मौजूद सोजी निंमड़ की पत्नी अनीता ने कुल्हाड़ी से भगाने का प्रयास करने के बाद जंगली जानवर वहां से भाग कर खेतों में छिप गया। सूचना के बाद मौके पर गए पत्रकारों ने गूगल पर सर्च करके विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों के चित्र अनीता देवी को दिखाने पर उसने जरख के फोटो जैसा जंगली जानवर होना बताया। इस संबंध में वन विभाग के भोजपुरा व ककोड़ नाका के वनपाल सूर्य देव सिंह को सूचना दी गई तो उन्होंने पहले बनेठा व बाद में अलीगढ़ में मीटिंग में व्यस्त होने की बात बताई। वन विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैया के चलते कस्बे व आसपास के गांवों में प्रवेश कर चुके जंगली जानवर को पकड़ने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जाने के कारण क्षेत्र के लोगों में वन विभाग के प्रति आक्रोश है तथा पूरे तहसील क्षेत्र के गांवों व किसानों में भय का वातावरण बना हुआ है। किसान खेतों में जाने से डर रहे हैं वही कस्बे के व्यापारी जल्दी अपनी दुकानें बंद कर देते हैं और ग्रामीण जल्दी घरों में दुबक जाते हैं।