पंडेर । पंडेर में सुशासन सप्ताह सेवा शिविर सोमवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित हुआ।लेकिन शिविर में ग्रामीणों की संख्या ना के बराबर रही।अधिकारी कर्मचारी अपने निर्धारित समय पर पहुंचे।लेकिन समस्या का समाधान करवाने ग्रामीण नहीं पहुंचे।तो क्या पंडेर क्षेत्र में ग्रामीणों की कोई समस्या नहीं रही या फिर शिविर के माध्यम से होने वाली समस्याओं के समाधान पर ग्रामीणों को यकीन नहीं रहा। यह तो आप ही समझे लेकिन शिविर में कुर्सियां खाली और अधिकारी कर्मचारी सोचते रहे की कोई आए तो उनकी समस्या का समाधान किया जाए।मुख्य कारण यह भी रहा स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ताओं द्वारा ना तो व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शिविर की सूचना दी गई और ना ही क्षेत्र के ग्रामीणों को समय रहते शिविर के बारे में बताया गया।राज्य सरकार शिविरों के माध्यम से लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।लेकिन स्थानीय कार्यकर्ताओं की लापरवाही से ग्रामीण वंचित होते जा रहे हैं। ऐसा ही नजारा गुरुवार को बजरंग वाटिका में आयोजित राज्य सरकार के 2 वर्ष पूर्ण होने पर विकास रथयात्रा के पहुंचने पर देखा गया।बजरंग वाटिका में पांडाल मैं लोगों की उपस्थिति न के बराबर रही।कार्यक्रम में 30 से 40 लोग मौजूद रहे।जबकि उक्त कार्यक्रम में जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा,भाजपा नेता किशोर शर्मा,मंडल अध्यक्ष आदि मौजूद थे।वही स्थानीय जानकारो का कहना है। भाजपा कार्यकर्ताओं में एकजुटता नहीं होने से।आधे से ज्यादा कार्यकर्ता ही उपस्थित नहीं रहते हैं ना ही ग्रामीणों के काम हो पाते हे।


